आंध्रप्रदेश जाएंगी जिले की 18 महिला सरपंच

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झाबुआ। प्रदेश सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए किये जा रहे प्रयास अब धरातल पर फलीभूत हो रहे है। महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, शिक्षा के लिए गणवेश, पुस्तक, साइकल एवं छात्रवृति योजना, उषा किरण योजना, शौर्यादल स्वरोजगार योजनाएं चलाई जा रही है। गांव के विकास में महिलाओं को सहभागी बनाने के उद्देश्य से त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण सरकार द्वारा दिया गया। महिला पंच सरपंचों ने गांव के विकास की जिम्मेदारी जब अपने कंधो पर ली तो, गांव का विकास चहुंमुखी दिखने लगा। ऐसी ही विकासोन्मुखी 18 महिला सरपंचों को विजयवाड़ा (आंधप्रदेश) में 19 अप्रैल को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय महिला सरपंच सम्मेलन में भागीदारी करने के लिए भेजा जा रहा है ताकि वह आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा की ग्रामीण विकास की तस्वीर को देखकर अपने जिले में भी और ज्यादा अच्छा कर पाये।
यह महिला सरपंच जाएगी विजयवाड़ा
जनपद पंचायत थांदला की ग्राम पंचायत व_ा से माजू डामोर, ग्राम पंचायत खांदन से धापू जोरस निनामा, भीमकुंड से श्यामली भरतसिंह कटारा, जनपद पंचायत झाबुआ की ग्राम पंचायत भीमफलिया से अंजू अमरसिंह मेडा, मोहनपुरा से झीता लिम्बा, तलावली से ममता रामसिंह भूरिया, जनपद पंचायत रामा की ग्राम पंचायत नरसिंहपुरा से केशरीबाई मेकू रावत, दौलतपुरा से अन्तर दिलीप करिडिया, सिलखोदरी से शांति रूपसिंह वसुनिया, जनपद पंचायत रानापुर की ग्राम पंचायत चुई से मंगलीबाई कसना, मोहनपुरा से किरण कुंवर भूरका, बुधाशाला से कैला मोहनसिंह, जनपद पंचायत मेंघनगर की ग्राम पंचायत मोखडा से लीला गोपाल मकोडिया, काजली डूंगरी से रीना राकेश भूरिया, संजेली ते.भीम साथ पांगली राठौर, जनपद पंचायत पेटलावद की ग्राम पंचायत सारंगी से फुन्दीबाई मेडा, करवड से शांतिबाई रमेश सोलंकी, मोर से गुड्डीबाई कटारा सम्मेलन में भाग लेगी।

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