अब अंग्रेजों के बनाए कानून खत्म हुए, थाना परिसर में बैठक आयोजित कर किया संवाद

लोहित झामर, मेघनगर

जिला पुलिस कप्तान पद्म विलोचन शुक्ल के निर्देश पर उप पुलिस अधीक्षक कमलेश शर्मा के मार्गदर्शन में मेघनगर थाना प्रभारी के एल बरकड़े ने थाना परिसर पर पुलिस जानता के बिच संवाद कार्यक्रम आयोजित कर नये कानून की जानकारी साझा की। जिसमे मुख्य रूप से पुलिस की ओर से विशेष अधिकारी  उप पुलिस अधीक्षक कमलेश शर्मा एवं थाना प्रभारी बरकड़े ने बताया कि नया कानून सभी के लिए उपयोगी है लेकिन एक जुलाई से तीन नए कानून (भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 व भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023) लागू होने के बाद यह संभव नहीं होगा। अब न्यायालय में लंबित आपराधिक मामलों को वापस लेने के लिए पीड़ित को कोर्ट में अपनी बात रखने का पूरा अवसर मिलेगा उसके बाद ही कोई मुकदमा वापस लिया जा सकेगा।

नए कानूनों में ऐसे कई प्रविधान किए गए हैं, जो न्याय की अवधारणा को मजबूत बनाएंगे। गौरतलब है कि अंग्रेजों के बनाए कानून खत्म हुए तो पहली बार छोटे अपराधों में सजा के तौर पर सामुदायिक सेवा का भी प्रविधान किया गया है। पुलिस विवेचना में अब तकनीक का उपयोग होगा जिसमें डिजिटल साक्ष्यों को पारंपरिक साक्ष्यों के रूप में मान्यता दी जाएगी। नए कानून में ई-एफआइआर व जीरो एफआइआर की भी व्यवस्था की गई है वही आतंकवाद व संगठित अपराध जैसे नए विषय भी जोड़े गए हैं। शर्मा ने बताया कि नए कानून में बच्चों, महिलाओं व सीनियर सिटीजन को विशेष ध्यान में रखते हुए उन्हें त्वरित न्याय मिलें इसके लिए प्रावधान किए गए है। बरकड़े  ने बताया कि थाना परिसर में आयोजित सभी पत्रकार, गणमान्य नागरिकजन, सामाजिक संस्थाओं के साथ वृहद बैठक कर सह पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नए कानून को समझाया गया ताकि नगरजनों के साथ ग्रामीणों को भी नए कानून की जानकारी मिल सके जिससे उन्हें न्याय के लिए किस तरह कैसी प्रक्रिया अपनाना है समझ आये व उन्हें त्वरित न्याय मिल सके।

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