पिटोल में जल भराव से जनता परेशान, स्कूल प्रांगण में भी भर रहा बारिश का पानी

भूपेंद्र नायक, पिटोल

पिटोल नगर के माध्यमिक  स्कूल का प्रांगण रोड से काफी निचा है और रोड ऊपर की ओर है जिससे थोड़ी सी बरसात में स्कूल के प्रांगण में जल भराव हो जाता है जो स्कूल के प्लेटफार्म के  साथ स्कूल के कमरों में भी पानी भर जाने से छोटी-छोटी बालिका एवं शिक्षक परेशान होते हैं। अभी तो बरसात शुरूवात हुई है जब पूरे बरसात के मौसम में बरसात होगी और स्कूल प्रांगण की यही स्थिति रही तो  बालिकाओं की पढ़ाई में व्यवधान होगा और स्थितियां खराब होगी। 

प्रधानाध्यापक ने दिया आवेदन

स्कूल में जल भराव की समस्या  के निराकरण के लिए स्कूल के प्रधानाध्यापक तथा शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं सचिव द्वारा जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी तथा ग्राम पंचायत सरपंच को आवेदन दिया है जिससे शाला परिसर में जल भराव की स्थिति की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए और शिक्षा विभाग को अति शीघ्र समस्या का निदान कर छात्राओं के अध्ययन को सुचारू रूप से चले ऐसा प्रयास करना चाहिए। 

ठेकेदार द्वारा विभाग के अधिकारियों को भ्रष्टाचार की भेंट से और विभाग की मिली भगत से बने 3 करोड़ 64 लाख रोड से  आम जनता एवं रहवासी हो रहे हैं परेशान। पिटोल में जब नेशनल हाईवे बायपास रोड का निर्माण नहीं हुआ था आवागमन के लिए पिटोल  के अंदर से बने रोड से बड़े एवं छोटे वाहन  मध्य प्रदेश एवं गुजरात में परिवहन करते थे परंतु बैतूल अहमदाबाद नेशनल हाईवे बाईपास बनने से 2.62 कमी का पुराना रोड यूं तो अच्छी अवस्था में था परंतु लोक निर्माण विभाग द्वारा उसे नए बनाने के लिए ठेकेदार को दिया गया परंतु ठेकेदार द्वारा बरसात के मौसम में चालू बरसात में यह रोड का  निर्माण कर दीया जिससे रोड की पकड़ मजबूत नहीं हुई एवं डामर की जगह केवल केमिकल का उपयोग कर इस रोड का निर्माण कर दिया गया  जब निर्माण हो रहा था तब भी लोगों ने इस को लेकर प्रशासन को काफी कुछ जगाया परंतु विभाग के भ्रष्ट अधिकारी एवं ठेकेदार की मिली भगत से उसके दुष्परिणाम अभी से आने लगे हैं पिटोल बस स्टैंड से पुराने आरटीओ तक का रोड जगह जगह-जगह से उखड़ गया है एवं पिटोल बस स्टैंड के पास तो थोड़ी सी बरसात में पूरा रोड तालाब में परिवर्तित हो जाता है जिससे छोटे बड़े वाहनों को निकालने में बहुत तकलीफ होती है परंतु जब रोड निर्माण हो रहा था तभी बार-बार अखबारों में खबरों के माध्यम से प्रशासन को जगाया गया पर परंतु प्रशासन के अधिकारियों की मिली भगत से इस रोड का हालत अभी से ऐसी है और यह रोड अभी भी गारंटी पीरियड में है पर परंतु विभाग का इस और कोई ध्यान नहीं है

रोड के दोनों तरफ नाली बनाना थी परंतु एक तरफ बनाई नाली वह भी अवस्थित जिसका खामियांजा रहवासी भूगत रहे है

सड़क निर्माण के साथ ही ठेकेदार  द्वारा सड़क के दोनो तरफ से जल निकासी व्यवस्था भी देना थी लेकिन जल निकासी के लिए बनायीं गयी नाली सड़क के एक तरफ ही बनायीं गयी जिसे भी सही तरीके से ढलान नहीं देने के साथ ही पूरी सड़क पर नहीं बनाया गया जिससे की पानी सड़क पर भरने लगा या सड़क के पास के घरो के बाहर जमा होने लगा | कही पर जहा पानी की निकासी आगे न मिलते हुए ख़त्म कर दी गयी वहा पास की दूसरी नीची जगह पानी भरने लगा | बारिश के साथ ही लोग घरों के बाहर पानी निकासी का जुगाड़ लगाने जुट जाते हैं ताकि घरो में ना भरने लगे पानी। 

पूर्व विधायक दिवंगत भाजपा नेता शांतिलाल बिलवाल ने अनियमितता देख जताई थी नाराजगी

पूर्व विधायक स्व. शांतिलाल बिलवाल से जब ग्रामीणों ने सड़क की स्थिति बताई थी तो उन्होंने पूरी सड़क को खुद जायजा लिया और निर्माण में भारी लापरवाही देखते ही जिले के पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को फोन पर स्थिति से अवगत करवाया साथ ही जल्द से जल्द सड़क की गुणवता की जांच कर अनियमितता मिलने पर कार्रवाई की मांग की थी लेकिन अधिकारियो ने नहीं की कोई कार्यवाही। साथ ही बताया था की उक्त सड़क उन्ही के कार्यकाल जब वे झाबुआ विधानसभा सदस्य थे तब उन्ही द्वारा स्वीकृत करवाई गयी थी जो की सीमेंट कांक्रीट द्वारा बनना प्रस्तावित थी लेकिन सरकार बदलने पर ठेकेदार ने इसे डामरीकृत करवा दिया।

Comments are closed.