एक साल पहले करोड़ो की योजना की बनी पानी की टंकी ठेकेदार ने तोड़ दी थी, जिसे अब तक नहीं बनाया, पानी के लिए परेशानी उठा रहे लोग

जितेंद्र वाणी, नानपुर

आलीराजपुर जिले के नानपुर स्वास्थ्य केंद्र पर बन रहे  लगभग 6 करोड़ के स्वस्थ केंद्र पर मरीजो व ग्रामीणों के लिए  लोकस्वास्थ्य यांत्रिक विभाग द्वारा बनाई नल-जल योजना की पानी की टंकी पीयूआई विभाग के  निर्माण कर रहे वीनस कम्पनी के  ठेकेदार ने बगैर विभाग की अनुमति के टँकी को तोड़ दी है। लगभग एक वर्ष पहले इसे तोड़ा गया था लेकिन अब तक टँकी को भंगार अवस्था मे पड़ी है उसे वही पर बनाने के लिए वीनस कंडक्शन ने खबर प्रकाशित होने पर बोला था यहाँ तक कि इस तरह बगैर अनुमति के तोड़ने पर जिमेदार ठेकेदार पर एफआईआर भी हो सकती थी आश्वासन के बाद भी अभी तक टँकी  नहीं बनाई गई। इसके चलते लोगों को पानी की परेशानी से जूझना पड़ रहा है।

एक वर्ष पहले वीनस कंट्रक्शन द्वारा जेसीबी से टंकी तोड़ दी गई थी जो आज तक टूटी अवस्था मे पड़ी है। इस टंकी से नानपुर स्वास्थ केंद्र में आये मरीजो के लिए पानी की अच्छी सुविधा थी उसको ठेकेदार द्वारा बगैर किसी की अनुमति के कचरे के के डिब्बे जैसे उखाड़ कर फेंक दिया। आस पास के रहवासियों ने बताया कि टंकी के तोड़ने से पानी की सुविधाओं की कमी रहती है। मरीज व ग्रामीण इसके लिए नानपुर पुलिस थाने पर जाकर पानी की पूर्ति करते है। सड़क के उस पार होने से छोटे छोटे बच्चे दुर्घटनाओं के शिकार भी होंते है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करोड़ो की योजना में पहले पानी की व्यवस्था के लिए ठेकेदार को नये नलकूप ट्यूबवेल के लिए राशि भी पास होती है पर ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण के साथ यह योजना की राशि भी गबन करने के मूड में है। चलाऊ पुराने नलकूप के अंदर मोटर डाल कर यह भवन बनाया जा रहा है। यदि गर्मी में पानी की कमी हुई तो नानपुर स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ व मरीजो को पानी की समस्या होगी अभी तो दो से तीन माह और निकलना है ऐसे में ठेकेदार व जिमेदार पीयूआई विभाग मरीजो के हक का पानी डकार के फर्जी वाडा कर रहा है ऐसे में जिमेदार अधिकारियों को संज्ञान लेकर तत्काल ठेकेदार पर कार्रवाई करना चाइये।

ये बोले जिम्मेदार

वीनस कंट्रक्शन के ठेकेदार बजरंगी से इस मामले पर चर्चा करने के लिए सम्पर्क किया तो मोबाईल बंद मिला। वहीं मेडिकल आफिसर आशीष चौहान से चर्चा की तो उन्होंने कहा  कल निर्माण कर रहे विनोद से इस विषय पर चर्चा की थी तो बताया हमने पूर्व बीएमओ जीत वर्मा से पुराने ट्यूबेल में मोटर डालने की मौखिक अनुमति लेने के लिए पूछा था। इसके बाद जब पूर्व बीएमओ जीत वर्मा से चर्चा की तो बताया कहा हमने स्वास्थ्य विभाग के सरकारी मोटर के पानी के लिए मना कर दिया था उसके बावजूद ठेकेदार मनमानी कर  रहा था। 

वर्तमान बीएमओ गुप्ता से चर्चा की तो उन्होंने बताया हम इस विषय पर जल्द टीम बनाकर ठेकेदार के द्वारा मरीजो व ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए नये ट्यूबेल करने के लिए नोटिस देंगे। भविष्य के लिए जरूरी है नया ट्यूबेल लगे।

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