ब्लास्टिंग से उड़ रहे पत्थर बने जानलेवा, प्रशासन को हादसे का इंतजार

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-

रूपारेल गांव के समीप ब्लास्टिंग से हाईटेंशन लाईन के टुटे
रूपारेल गांव के समीप ब्लास्टिंग से हाईटेंशन लाईन के टुटे

 ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ कर माही नहरों पर अवैध रूप से ब्लास्टिंग का खेल फिर से शुरू हो गया है। पेटलावद से महज आठ किमी दूर बावड़ी और जामली मार्ग पर रूपारेल के निकट माही नहर की खुदाई के दौरान तेज धमाके और उड़ रहे पत्थरों के कारण बड़ा हादसा होते बच गया। बावडी से आगे रूपारेल के निकट 11 केवी हाईटेंशन लाइन के तार टूट कर जमीन पर आ गिरे, जबकि जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदकर बडा हादसा होने का इंतजार कर रहे है।
जानकारी के अनुसार पेटलावद हादसे के बद कुछ समय के लिए ब्लास्टिंग के इस गौरखधंधे पर लगाम कसी थी, लेकिन वर्तमान मेें जिम्मेदारों के लापरवाह रवैये को देखकर अवैध धंधेबाज, भ्रष्टों के साथ अपनी जेबे भरने में लगे हुए है। पिछले कुछ दिनो से माही नहर पर फिर से धमाके सुनाई देने लगे है।
गेल इंडिया की पाइप लाइन के निकट धमाके
ब्लास्टिंग के इस खेल में अधिकारी पूरी तरह से कुंभकर्णी नींद में इस कदर सोये हुए है कि उन्हे ग्रामीणो की जान की कोई परवाह ही नही है। बरवेट से महज तीन किमी दूर माही नहर के इस खुदाई मेंं जिस तरह ब्लास्ट किया जा रहा है। उससे लगता है कि आसपास के रहवासियों के जान की चिंता ही नही है। बरवेट और बावड़ी ग्राम के निवासियों की एक ही चिंता है कि इस धमाके में यदि गेल की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुई तो बडी मुसीबत ग्रामीणों फंस जाएंगे । इस मामले में अधिकारी और ठेकेदार अलग अलग राय व्यक्त कर रहे है। गेल पाईप लाइन से 50 मीटर के दायरे मेें ब्लास्ट पर प्रतिबंध है तो फिर यहा कोई देखने वाला क्यों कोई नही है। भाजपा नेता धर्मेन्द्र पाटीदार ने बताया कि अभी भी जो ब्लास्टिंग हो रही है उसमें से सामग्री उड़कर उनके मकान तक आ रही है।
हाईटैंशन के तार टूटे बड़ा हादसा टला
ब्लास्टिंग के इस खतरनाक खेल मेें ठेकेदार और अधिकारी कितने गंभीर है इस घटना से आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बावड़ी से जामली के मध्य रूपारेल मे हाईटैंशन लाइन के तार भी इस धमाके के मटेरियल उडऩे से टूट कर जमीन पर आ गिरे। इस मामले मे पूर्व सरंपच अंबुसिंह मेंडा ने बताया कि इस कारण ग्राम में तीन दिन से बिजली गुल रही। तार गिरने के कारण ग्रामीणो की सजगता से बड़ा हादसा टल गया।
जिम्मेदार बोले: माही नहर की खुदाई के लिए गेल पाइप लाइन से 50 मीटर दूर तक ब्लास्टिंग की मंजूरी है, निकट हो रहा है यह मुझे पता नहीं है। मैं मामला दिखवाता हूं। – पीसी सांकला, एसडीओ माही पेटलावद

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