हम बहुत सौभाग्य शाली है, जो हमें अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के रूप मे मनाने का सुअवसर मिला है…

प्रांतीय संयोजक श्री मुकेशजी चौधरी

0

बेटा हो तो राम जैसा, भाई हो तो राम जैसा, राजा हो तो राम जैसा, रामजी ने हर किरदार मे अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है और भारत भूमि पर वह मर्यादा पुरुषोत्तम कहाये गये वह पांच सौ साल के संघर्ष के बाद एवं लाखों हिन्दुओं के बलिदान के बाद मुक्त होकर आज जन्म स्थान पर भव्य मंदिर के रूप मे विद्यमान हुए हैं और 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के रूप मे मनाने का सुअवसर हमे प्राप्त हुआ है हम बहुत सौभाग्य शाली है ।

उक्त उद्दगार सामाजिक समरसता के प्रांतीय संयोजक श्री मुकेशजी चौधरी ने पेटलावद मे आयोजित पूजित अक्षत कलश वितरण कार्यक्रम मे व्यक्त किये। श्री चौधरी ने विस्तार से राम जन्म भूमि का पूरा पांच सौ वर्षों का इतिहास बताया और कहाँ कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण होकर राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन है जिसे लेकर पूरे विश्व में इन दिनों उत्साह का माहौल है। इसी तारतम्य मे हमे भी हर घर उत्सव मनाना है,। इस क्रम में आज पेटलावद में भी पूजित अक्षत कलश वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें कुल 47 पूजित अक्षत कलश 41 मंडल व थांदला पेटलावद की 3 3 बस्तियों में अक्षत कलश वितरित किए गए जहां बड़ी संख्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दु परिषद के कार्यकर्ता मौजूद रहे मंच पर संत श्री कमल जी महाराज, सनातन सेवा आश्रम रायपुरिया के महामंडलेश्वर श्री जितेन्द्रानंद जी महाराज संगठन के विजेंद्र जी (विभाग प्रचारक जी), मुकेशजी चौधरी प्रान्त सामाजिक समरसता अभियान सयोंजक और अन्य संगठन पदाधिकारी मौजूद रहे जिन्होंने पूरे आयोजन को लेकर उपस्थित कार्यकर्ताओ को विस्तृत जानकारीया दी। वही अक्षत कलश के साथ ही भगवान श्रीराम जी की तस्वीर एवं पत्र के व अन्य सामग्री भी वितरित की गई कार्यक्रम में चार खंडो ( रायपुरिया, पेटलावद, खवासा और थांदला के कार्यकर्ता शामिल हुए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारकजी ने 22 जनवरी को दिन भर मे अपने ही गाँव में रहकर कैसे दिन भर कार्यक्रम आयोजित करना है उसकी समझाईश उपस्थित स्वयंसेवको और आमजनो को विस्तार से बताया कार्यक्रम को अन्य उपस्थित संतो ने भी संबोधित कर मार्ग दर्शन प्रदान किया ।
बौद्धिक के बाद घर घर अक्षत, पत्रक एवं चित्र वितरण को लेकर स्वयंसेवको की बैठक ली गई और हर घर सम्पर्क का निर्देश दिया गया । एवं हर घर इस दिन दिया जलाने रंगोली बनाने का अनुरोध करने की समझाईश दी गई ।
इस कार्यक्रम को लेकर स्वयंसेवको मे अपार उत्साह देखने को मिला है ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.