अपने पूर्वजों की रीति रिवाज को हमेशा बचाकर रखना चाहिए : कैलाश भाई

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प्रेम न्यूज़ एजेंसी छकतला

भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में जनजाति गौरव दिवस का आयोजन जनजाति विकास मंच सोंडवा के तत्वावधान में किया गया। आयोजन जनजाति विकास मंच मधुपलवी के द्वारा किया गया। मालवा प्रांत के प्रमुख कैलाश अमलियार, जनजाति विकास मंच के ब्लॉक अध्यक्ष विजय जोक्टिया, ग्राम मधूपलवी के पटेल ओर पुजारा की उपस्थिति में आज का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

मुख्य वक्ता कैलाश भाई ने कहा कि हमे हमारे बाबा देव,तथा गांव के पूजनीय देवी देवताओं को पूजा करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को एक आदिवासी जनजाति परिवार में हुआ था। उन्होंने कहा कि हमे अपने पूर्वजों की रीति रिवाज को हमेशा बचाकर रखना चाहिए और समय समय पर हमे करते रहना चाहिए। भगवान बिरसा मुंडा ने 16 साल की उम्र में ही क्रांतिकारी कार्य किए और हमारी जनजाति समाज के लिए ऐसे कार्य किए जिसकी बदौलत आज हम स्वतंत्र हुए हैं। बिरसा मुंडा के अथक प्रयासों से ही हम अपनी संस्कृति को बचा पाए हैं। उन्होंने बताया कि हमे गर्व होना चाहिए कि ऐसे ही वीर योद्धा हमारे अलीराजपुर जिले में अपनी संस्कृति,धर्म,ओर जनजाति के लिए मर मिटे है। ऐसे ही वीर योद्धा क्रांतिकारी छितुसिंह किराड़, शहिद चन्द्रशेखर आजाद, वीर योद्धा शहीद अर्जुन पाल ने भी अपनी वीर योद्धा ने अपनी छोटी उम्र में ही अपनी जनजाति,धर्म की रक्षा के लिए अमरता को प्राप्त किया है। ऐसे ही हमारे समाज में अनेक वीर योद्धा हुए हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे आदिवासी जनजाति समाज में आदिवासियों के नाम पर कुछ लोगो ने भ्रांतियां फैला रखी है,वह हमारे न ही तीज त्यौहार मनाते है,ओर न ही हमारी आदिवासी जनजाति समाज की रीति रिवाजों को मानते है। ऐसे लोगो से हमे हमेशा बचकर रहना चाहिए और हमे अपने समाज में कि संस्कृति को बचा कर रखना होगा।

जनजाति गौरव दिवस में हमारी आदिवासी जनजाति ड्रेस में उंदरी,रोशिया मुंडला,किलोड़ा मधुपलवी,आदि गांव के युवाओं की टोलियो के द्वारा शानदार प्रदर्शन किया गया।चल समारोह में आदिवासी संस्कृति में ढोल, ढोलियो के द्वारा चल समारोह निकाला गया। कार्यक्रम का संचालन इंग्लेश तोमर ने किया। कार्यक्रम के अंत में राहुल जी लोहारिया ने आभार व्यक्त किया।

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