शिक्षक अपने बच्चों को ऐसी शिक्षा दे कि-चारित्रिक आचरण और व्यवहार से वे देश के श्रेष्ठ नागरिक बने-राज्यपाल मंगूभाई पटेल

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आरीफ हुसैन

चंद्रशेखर आजाद नगर। जीवन में सम्मान पाना अच्छी बात हैं,लेकिन सम्मान से अभिमान नहीं आना चाहिए| शिक्षित व सम्मानित होकर भी यदि अपने से किसी छोटे व्यक्ति का अपमान करे तो हमारा शिक्षित होने का कोई महत्व नहीं। शिक्षा पाकर जीवन में चारित्रिक आचरण व व्यवहार कुशल होना ही अच्छे नागरिक की पहचान हैं। सम्मानित शिक्षक व सभी शिक्षक समुदाय बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ चारित्रिक आचरण व व्यवहार से कुशल नागरिक बनाएं।

उक्त बात प्रदेश के राज्यपाल महामहिम मंगूभाई पटेल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेश की राजधानी भोपाल के स्वर्ण जयंती सभागार में शिक्षक दिवस अवसर पर आयोजित गरिमामय सम्मान समारोह के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों से आएं सम्मानित शिक्षक-शिक्षिकाओं से कही। महामहिम ने जीवन के प्रासंगिक उदाहरण के माध्यम से बताया कि शिक्षक समुदाय को नई पीढी़ के निर्माण में किस तरह आचरण व व्यवहारकुशल नागरिकों का निर्माण करना चाहिए।

महामहिम के उद्बोधन से पूर्व प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने मंच से अपने उद्बोधन में नवीन राष्ट्र के निर्माण में वैश्विक शक्ति के रूप में भारत की नवीन शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन में शिक्षक समुदाय की भूमिका को अहम् बताते हुवे कहा कि भारत का इतिहास शिक्षकों के प्रयासों से फिर लौटेगा। नालंदा व तक्षशिला जैसे देश के शिक्षण संस्थाएं देश में फिर से स्थापित होगी। देश के युवा जहां अभी विदेश अध्ययन के लिये जाते हैं वहीं नवीन शिक्षा नीति के लागू होने पर विदेशी हमारे यहां शिक्षा प्राप्त करने आएंगे। नवीन शिक्षा नीति -2020 संगोष्ठी में प्रतिभागी शिक्षक-शिक्षिकाओं का शाल,श्रीफल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया।

उक्त बात आलीराजपूर जिले से नवीन शिक्षा संगोष्ठी-2020 व शिक्षक सम्मान समारोह में सहभागी रहे उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षक हेमेन्द्र गुप्ता ने प्रदेश स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह के भोपाल आयोजन से  लौटकर बताई। आयोजन में महामहिम राज्यपाल मंगूभाई पटेल,राज्य स्कूली शिक्षा मंत्री इंदरसिह परमार,भरत बैरागी,अध्यक्ष महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान,रश्मि अरुण शमी,प्रमुख,सचिव स्कूल शिक्षा विभाग,अनुभा श्रीवास्तव,आयुक्त ,लोकशिक्षण,धनराजू एस,संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र,शैलेन्द्र बरुआ,अध्यक्ष म.प्र. पाठ्य पुस्तक निगम,वेदप्रकाश मिश्रा अध्यक्ष म.प्र.योग आयोग,भोपाल,डाक्टर रमा मिश्र उपाध्यक्ष माशिमंडल,डीएस कुशवाह संचालक,कनक प्रसाद उपसंचालक उपस्थित थे।

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