शिक्षक अपने बच्चों को ऐसी शिक्षा दे कि-चारित्रिक आचरण और व्यवहार से वे देश के श्रेष्ठ नागरिक बने-राज्यपाल मंगूभाई पटेल
आरीफ हुसैन
चंद्रशेखर आजाद नगर। जीवन में सम्मान पाना अच्छी बात हैं,लेकिन सम्मान से अभिमान नहीं आना चाहिए| शिक्षित व सम्मानित होकर भी यदि अपने से किसी छोटे व्यक्ति का अपमान करे तो हमारा शिक्षित होने का कोई महत्व नहीं। शिक्षा पाकर जीवन में चारित्रिक आचरण व व्यवहार कुशल होना ही अच्छे नागरिक की पहचान हैं। सम्मानित शिक्षक व सभी शिक्षक समुदाय बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ चारित्रिक आचरण व व्यवहार से कुशल नागरिक बनाएं।
उक्त बात प्रदेश के राज्यपाल महामहिम मंगूभाई पटेल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेश की राजधानी भोपाल के स्वर्ण जयंती सभागार में शिक्षक दिवस अवसर पर आयोजित गरिमामय सम्मान समारोह के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों से आएं सम्मानित शिक्षक-शिक्षिकाओं से कही। महामहिम ने जीवन के प्रासंगिक उदाहरण के माध्यम से बताया कि शिक्षक समुदाय को नई पीढी़ के निर्माण में किस तरह आचरण व व्यवहारकुशल नागरिकों का निर्माण करना चाहिए।
