बिजली नहीं होने से अंधेरे में रहने को मजबूर आमजन, खेतों में सिंचाई के लिए भी नहीं मिल रही बिजली

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बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी

सरकार किसानों के हित मे लाख दावे कर ले कि किसानों को 24 घंटे बिजली मिलेगी लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही बया करती है।अभी ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश की लंबी खेच के कारण किसान अपनी फसलो को बचाने के लिए नदी कुँए में मोटरे लगाकर खेतो में सिंचाई करने के लिए लगाते है लेकिन विधुत मंडलवालो द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में लोड ज्यादा होने का कहकर वोल्टेज इतना कम देते है कि सिंचाई के लिए मोटर भी नहीं चलती इसी के साथ घरेलू लाइट का भी वोल्टेज कम दिया जाता है जिससे आम जनता भी परेशान हो रही है।

रामा ब्लाक के गांव खरडू बड़ी में गुरुवार रात्रि में लाइट के वायर टूट जाने के कारण रात भर विधुत सप्लाई बंद कर रखी और सुबह विधुत सप्लाई चालू की गई तो वह भी लोड ज्यादा होने का कहकर थोड़ी देर विधुत सप्लाई बंद कर दी जाती है। सुबह थोड़ी देर लाइट देते है तो थोड़ी देर वापस लोड ज्यादा कहकर गांव की लाइट बंद कर देते है। ऐसा ही रहा तो किसान अपनी फसल नहीं बचा पाएंगे और आमजनता को रात्रि में चोरी की चिंता रहेगी । जब हमारे द्वारा विधुत मंडल पारा के जेई सुनील मंडलोई को फ़ोन किया गया तो उनके द्वारा हमारे फ़ोन नहीं उठाए गए। विधुत सप्लाई नहीं होने से आमजनता के साथ किसान अपनी फसलो को बचाने के लिए खेत में सिंचाई करने के लिए परेशान हो रहा है अगर इस ओर किसी आलाधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया तो किसान अपनी फसलों को नहीं बचा पाएंगे।

ग्रामीण मानसिंग, हीरा, कालू, राजेन्द्र आदि का कहना है कि बारिश की लंबी खेच होने के कारण हमारे खेतो में फसलो को बचाने के लिए पानी चाहिए लेकिन इंद्र देव भी मेहरबान नहीं हो रहे है ।इसी के साथ ही किसान अपनी फसल बचाने के लिए खेतो में मोटरों से सिंचाई करने के लिए लगाते है तो विधुत मंडलवालो द्वारा लोड ज्यादा होने का कहकर गांव में लाइट बंद कर देते है तो हम किसान अपनी फसलो को कैसे बचाये। अगर जहाँ कम लोड हो वहाँ से हमारी लाइट जोड़ी जाए ताकि हमें अपनी फसल को बचाने के लिए सिचाई कर सके।

क्या ग्रामीण क्षेत्रों में है लोड ज्यादा हो जाता है शहरों में लोड ज्यादा नहीं होता?

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो कहा है कि किसानों को बिजली 24 घंटे मिलेगी लेकिन यह तो 6 घंटे सही से बिजली नहीं दी जा रही है ।

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