एक ही फर्म को दे दिया वाटर प्रूफिंग कार्य का जिम्मा, काम अधूरा लेकिन चैक पूरी राशि का ले लिया
आरिफ हुसैन, चन्द्रशेखर आजाद नगर
शासकीय स्कूलों की छत की वाटर प्रूफिंग में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। काम को देखकर भ्रष्टाचार किए जाने की आंशका है। अधिकारियों ने एक फर्म से वाटर प्रूफिंग का कार्य करवा लिया। कुछ संस्थाओं के शिक्षकों का कहना है एक ही ठेकेदार से कार्य कराने का दबाव उन पर बनाया गया। भुगतान भी पूरा कर लिया, लेकिन अब तक काम पूरा नहीं हुआ।
दरअसल, वाटर प्रूफिंग का कार्य शाला के प्रभारी शिक्षकों द्वारा स्वयं के माध्यम से करवाना था, लेकिन अब मामले में बीईओ विनोद कुमार कोरी पर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है उन्होंने एक ही फर्म से काम कराने का दबाव बनाया। आरोप है कि विद्यालयों के शिक्षको पर दबाव बनाकर जोबट की किसी प्रज्ञा हार्ड वेयर फर्म से स्कूल की छतों पर वाटर प्रूफिंग करा ली गई। इसी फर्म के नाम से लाखों रुपए के चैक भी दे दिए गए। काम सही नहीं होने के कारण शालाओं में बारिश के दौरान पानी टपकना तय माना जा रहा है। ऐसे में मामलो की जांच जिला अधिकारियों द्वारा की जाना चाहिए।
झाबुआ-आलीराजपुर लाइव ने स्कूलों में पहुंचकर पड़ताल की तो देखिए क्या कमियां सामने आई
बड़ा खुटाजा की माध्यमिक स्कूल में छत की रिपेयर कार्य खिड़कियां वेल्डिंग एवं वाटर प्रूफिंग कार्य के लिए पहली किस्त में 2 लाख 17 हजार आए थे। जिसका पहला चेक दि. 11 मई 2023 को 1 लाख 50 हजार का दिया गया। जिसका चेक नम्बर 75 है। दूसरा चैक दि. 30 मई 2023 को 65 हजार का दिया गया। जिसका चैक नम्बर 76 है। दोनों चैक प्रज्ञा हार्ड वेयर जोबट फर्म के नाम से दिए गए। लेकिन शासकीय उत्कट माध्यमिक विद्यालय में ना ही तो अंदर छत रिपेयर की गई ना ही क्रेक व फटी हुई दीवारों पर पलास्टर किया गया। कुल 2 लाख 15 हजार के चैक दे दिए गए। आज़ाद नगर विकास खण्ड में ग्राम बड़ा खुटाजा के साथ ग्राम बड़गांव के माध्यमिक स्कूल में भी 2 लाख 23 हजार की पहली किस्त आई थी। छत की वाटर प्रूफिंग भी प्रज्ञा हार्ड वेयर जोबट के नाम पहला चैक दि. 19 अप्रेल 2023 को 80 हजार का दिया गया। जिसका चैक नम्बर “000107” है। दूसरा चैक 85 हजार का दि. 6 मई 2023 को दिया गया जिसका चैक नम्बर “000109” है। कुल 1 लाख 65 हजार का के चैक दिए गए।
अधूरा काम था इसलिए नहीं दिया चैक
झाबुआ-अलीराजपुर प्रतिनिधी ने गिरधा माध्यमिक विद्यालय पहुंचकर मामले की पड़ताल की। यहां शिक्षकों ने बताया विद्यालय का रिपेयर कार्य व छत की वाटर प्रूफिंग करना थी लेकिन इंजीनियर अश्विन ने मना कर दिया कि सभी स्कूलों का रिपेयर व वाटर प्रूफिंग के काम का जिले से ठेका हुआ है। ठेका जोबट वाले किसी ठेकेदार को दिया गया है। आप भी इनसे ही रिपेयर का काम कराए। लेकिन उनके द्वारा छत पर सही तरीके से काम नहीं किया गया। स्कूल के दो कमरे की छत की है पर घटिया कार्य किया गया है। स्कूल में भी अंदर की छत व दीवार ऐसी ही फ़टी हुई है। जबकि दो अन्य स्कूल के कमरे भी बाकी है। बारिश का मौसम शुरू होने जा रहा है। इसमें अगर स्कूल में बच्चों को बैठना हो तो कहां बैठाकर पढ़ाएंगे। शिक्षक पर दबाव बनाकर चैक देने को कहा था लेकिन शिक्षक ने कहा जब तक अधूरा कार्य पूरा नहीं हो जाता मैं चैक नही दूंगा।
जिन स्कूलों में काम हुआ वहां ये कमियां सामने आई
-
बिल्डिंगों में अधूरी रिपेयरिंग की गई
-
स्कूलों में अभी भी खिड़कियां टूटी हुई है
-
स्कूलों में जमीन पर फर्श भी टूटा फूटा पड़ा हुआ है
-
स्कूल के अंदर छत पर भी प्लास्टर नहीं किया गया।
ये बोले जिम्मेदार
वाटर प्रूफिंग का कार्य बीईओ कार्यालय से नहीं होता है, पीटीए के माध्यम से होता है। इसका भुगतान व चैक किस फर्म को दिया है मुझे नहीं पता। अगर कोई स्कूल बच्चों के बैठने के लिए सही नहीं है तो आप हमें बताए उसे सही करवा देंगे।
विनोद कुमार कोरी, बीईओ चन्द्रशेखर आज़ाद नगर