“भानु भुरिया” की “नाराजगी” इन दो “अफसरों” पर पड़ी “भारी”!!!

0

चंद्रभान सिंह भदौरिया@ एडिटर इन चीफ (झाबुआ/आलीराजपुर Live)

बीजेपी जिलाध्यक्ष भानु भुरिया की नाराजगी से जिले के शिक्षा से जुड़े दो अफसरों की विदाई हो गयी ..जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश बनडे को झाबुआ से हटाकर भोपाल अटैच किया गया है वहीं चार्ज अलीराजपुर डाइट प्राचार्य रूपसिंह बामनिया को दिया गया है वहीं सर्व शिक्षा अभियान में पदस्थ लेखा अधिकारी गगनलाल सांकला जो कि शहरी विकास अभिकरण का भी काम देख रहे थे उन पर भी गाज गिरी है

CEO जिला पंचायत से कोर कमेटी नाराज़

सुत्र बता रहे हैं कि झाबुआ के CEO जिला पंचायत से झाबुआ बीजेपी कोर कमेटी नाराज़ हैं .. कार्यकर्ताओं और सरपंचों की गंभीर शिकायतों के चलते यह नाराजगी पनपने की खबर है .. कोर कमेटी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधिवत शिकायत भी शायद कर दी है अब अगले कुछ घंटों में CEO जिला पंचायत पर निर्णय तबादले के रूप में आ सकता है

नाराजगी कलेक्टर से भी लेकिन..

चर्चा है कि कोर कमेटी के कुछ नेताओं ने नाराजगी झाबुआ कलेक्टर तन्वी हुड्डा की कार्यप्रणाली को लेकर भी जताई और कहा कि कार्यकर्ताओ के काम नहीं हो रहे लेकिन सुत्र बताते हैं कि कलेक्टर को लेकर CM ने कोर कमेटी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है शायद अभी अधिक वक्त ना होना इसकी वजह है सुत्र बताते हैं कि एक बड़े नेता आने वाले वक्त में झाबुआ कलेक्टर से कोर कमेटी की शिकायतो पर संवाद कर सकते हैं ।

हमसे का भुल हुई जो यह सजा हमका मिली

अलीराजपुर के सहायक आयुक्त जे एस डामोर कुछ ही महीनों में जनजातीय विभाग के अपने दायित्व से मुक्त कर दिये गये .. विडंबना देखिए जो राजनेता डामोर साहब को लाए थे वहीं अचानक नाराज़ हो‌ गये ओर भोपाल जाकर डामोर का आदेश करवाकर ही नेताजी वापस जिले में लौटे ..अब डामोर तबादला आदेश पकड़कर एक ही गाना गा रहे हैं ” हमसे का भुल हुई जो यह सजा हमका मिली”

अपनी शर्तों पर नौकरी कर प्रमोशन पर जा रही जानकी मैडम

संयुक्त कलेक्टर रही ओर वर्तमान में आजादनगर की SDM जानकी यादव अब प्रमोशन के बाद अपर कलेक्टर बन गयी है और उन्हें इंदौर में राजस्व उपायुक्त जैसी अहम जिम्मेदारी मिली है जो उन्हें लगभग अपने रिटायरमेंट तक निभानी है बात अगर वह अलीराजपुर कार्यकाल की करें तो उन्होंने अपनी शर्तों ओर ऊसूलो पर नौकरी की .. ऐसे अफसर बिरले ही होते हैं यकीनन अगर अफसर मनचाही पोस्टिंग का लोभ त्याग दें तो शान से नौकरी कर सकते हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.