मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
आगामी समय कृषक भाइयों के खेती किसानी का समय आ रहा है जिसकी तैयारी में कृषक जुट रहे हैं खाद बीज आदि के साथ ही खेती के औजार आदि दुरुस्त तो किए जा रहे हैं उसके साथ ही जो कृषक आज भी पुरानी पद्धति से यानी की बैलो से कृषि कार्य करते हैं वह बैलों की साज सवार के साथ ही उनके पांव में कीचड़ तथा खुरो में कांटे आदि न लगे इसकी सुरक्षा हेतु “नाल” लगवा रहे हैं।
