लोकतांत्रिक व्यवस्था का मूल आधार है मताधिकार : डॉ. जीसी मेहता

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थांदला। लोकतांत्रिक व्यवस्था का मूल आधार है मताधिकार । देश के प्रत्येक नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग करके अपने प्रतिनिधि को चुनते हैं। मतदान करना प्रत्येक नागरिक का मौलिक कर्तव्य है ।मतदान हेतु निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता परिचय पत्र दिया जाता है ।18 वर्ष पूर्ण कर चुके युवाओं के लिए ऑनलाइन माध्यम से मतदाता सूची में नाम शामिल कर रजिस्टर्ड करना अनिवार्य है, इसलिए महाविद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी अपना स्वयं का एवं अपने गांव में 18 वर्ष पूर्ण कर चुके युवाओं को मतदाता सूची में नाम जोड़ने हेतु जागरूक करें। 

उक्त विचार मतदाता जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ. जी. सी. मेहता ने व्यक्त किए ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.एच.डूडवे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मतदान निष्पक्ष और निर्भय होकर करना चाहिए। किसी के बहकावे में या किसी लालच में अपने मताधिकार का प्रयोग ना करें। यदि हमने अपने प्रतिनिधि के रूप में ईमानदार कर्मठ व्यक्ति का चुनाव करें,तो यह देश हित व समाज हित में होगा । राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई  प्रभारी डॉ. छगन वसुनिया ने विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए कहा कि मतदाता परिचय पत्र बनवाने के लिए आधार कार्ड, हाईस्कूल की अंकसूची की फोटो कॉपी, माता-पिता की वोटर आईडी की फोटोकॉपी आदि दस्तावेज अनिवार्य रूप से लेकर आवें। इस अवसर पर डॉ.पीटर डोडियार, प्रो.एस एस मुवेल, डॉ. मीना मावी,  महाविद्यालय के समस्त स्टाफ गण एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का संचालन प्रो.विजय मावी ने एवं आभार प्रो. मनोहर सोलंकी ने माना।

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