जल संकट से जूझ रहे ग्रामीण, गांव से दूर जाकर पानी लाने की मजबूरी, बुजुर्ग ने पानी लाने के लिए दो पहिया हाथ गाड़ी बनाई

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बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी

खरडूबडी में ग्रामीण क्षेत्र में जल स्तर कम होने से ग्रामीण जन पानी के लिए परेशान है। गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर जाकर ग्रामीण महिलाओं दाखा, रेशमा, शांति, जेला ने बताया कि दूर से पानी लाना पड़ता है वह भी घंटों लाइन में खड़ा रहने के बाद जिससे महिलाओं के लिए चिंता का विषय बन चुका है। क्योंकि महिलाओं को सुबह से उठकर पानी भरने के लिए हैंड पंप पर जाकर नंबर लगाना पड़ता है। 

आपको बता दें कि ग्राम पंचायत खरडू बड़ी में तीन से चार हैंडपंप है जिसमें से दो से तीन हैंड पंप ने गर्मी आने से पहले ही दम तोड़ दिया जिसकी वजह से गांव की महिलाओं को  गांव से आधा किलोमीटर दूर जाकर  घंटों लाइन में लगने के बाद पानी लाना पड़ता है। जिसके लिए महिलाओं का घरेलू काम नहीं हो पाता है। महिला ओ का कहना है कि ग्राम पंचायत को एक टेकर पानी के लिए फलिया में पानी वितरण करना चाहिए। इस स्थिति को देखते हुए गांव के एक बुजुर्ग व्यक्ति दशरथ पंचाल जिसने अपने निजी खर्चे से पानी हर घर पहुंचाने के लिए 4000 की साइकिल बनाई जिससे वह 4 से 5 डब्बे लेकर जिनको जरूरत होती है। उन्हें 10 प्रति डिब्बे के हिसाब से पानी ला कर देता है गांव में सरकारी कुँए और बोरिंग है जिनका भी जलस्तर कम हो चुका है जिसके कारण 2 से 3 दिन में गांव वासियों को पानी दिया जाता है। 

यहां पर सापन नदी है जिसमें सितंबर अक्टूबर माह से पानी नहीं होने से किसानों की फसलें भी नष्ट हो चुकी है और किसान अपने मवेशियों को पानी पिलाने को भी मजबूर है कई बार शासन प्रशासन नेता राजनेताओं से आवेदन निवेदन करने के बावजूद भी यहां के पास ही के गांव धमोई तालाब है जहां पर पानी पर्याप्त मात्रा में है फिर भी किसी शासन-प्रशासन किसी विभागीय अधिकारी या किसी नेताओं द्वारा वहां से इस गांव के लिए पानी नहीं छुड़वाया गया ऐसे में सरकार सभी ग्रामीण क्षेत्रों में अपने विकास को लेकर विकास यात्रा निकाल रहे हैं तो सवाल यह है कि जब गरीब किसान या गरीब व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर किसी नेता या अधिकारियों के पास जाते हैं तो उनकी नहीं सुनी जाती है उनकी समस्या का हल नहीं होता है तो फिर यह किस तरह की विकास यात्रा है?

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी नहीं होने से ग्रामीण महिलाओं को अपने घर का काम छोड़कर सुबह से पानी के लिए आधा किलोमीटर दूर जाकर लाइन में लगकर पानी लाना पड़ता है जिससे घरेलू कार्य नहीं हो पाता है ग्राम पंचायत द्वारा भी पानी नहीं होने के कारण 2 से 3 दिन में गांव के हर फलियों में पानी दिया जाता है लेकिन रोजाना पानी के लिए ग्रामीणों को पानी की समस्या उठानी पड़ रही है यहां की सापन नदी मैं भी सितंबर अक्टूबर माह से पानी नहीं होने के कारण किसानों की फसलें में नष्ट हो चुकी है नेताओं से भी प्रशासन से भी निवेदन आवेदन करने के बावजूद भी हमारे समस्या का हल नहीं हुआ।

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