बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी
रामा ब्लॉक के ग्राम रोटला में चल रहे श्री राम कथा का सातवें दिवस में कथा के समापन में भक्तों की भीड़ उमड़ी। धर्म-रक्षक के सयोंजक वालसिंह मसानिया ने बताया कथा में कथा वाचक आचार्य महामंडलेश्वर 1008 स्वामी श्री श्री प्रणवानन्द सरस्वती जी महाराज ने बताया कि केवट एक मछुआरा था भगवान राम की बहुत बड़ी साधना करता था जिसमे माँ गंगा मया से एक मछली लेकर खा लेता था उसके बाद भी भक्ति करता था।
भगवान सबका है, भगवान राम वाह दयालु था कि सीता माता का हरण होने के बाद भी रावण को कहा कि सीता जी को समान के साथ लोटा दो तुम्हे माफ कर दिया जाएगा, हनुमान जी की बहुत बड़ी शक्ति शाली था वह चाहता तो रावण को मार कर सीता माता को वापस ला सकता था पर राम जी का वचन था कि आपको सीता जी का खोज कर के आना है, वही आज्ञा का पालन करा, मनुष्य का सबसे बड़ा धन उसका परिवार है, परिवार सही मार्ग पर नही है तो वह धन किसी काम का नही है, गुरूदेवजी ने जयस के लीडर व विधायक मनावर डॉ. हीरालाल अलावा से कहा कि लीडर जाती का बनकर नही रहना है हमे सम्पूर्ण सनातन हिन्दू धर्म का बनना है, ना कि जाति तक सीमित रहना है, इसके पश्चात डॉ हीरालाल अलावा ने कहा कि मुझे श्री राम कथा सुनकर बड़ी खुशी हुई ओर मुझे गुरुजी जैसे महान संत अभी तक नही मिला वह इतना बड़ा सन्त होते हुवे भी हमारे आदिवासी बच्चों को इंदौर जैसी सिटी में पड़ा लिखा रहा निःशुल्क ओर हमारे आदिवासीयो के बीच मे आकर धर्म जागरण का काम कर रहे है, में उनका आभारी है पूरा आदिवास समाज।
