विद्युत कंपनी के आउट सोर्स कर्मचारी बैठे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

0

बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी

जिले भर के आउटसोर्स कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय से लेकर आसपास में जितने आउट सोर्स कर्मचारी है वह अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं करीब डेढ़ सौ से अधिक आउटसोर्स कर्मचारी दिनांक 22 जनवरी को जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर माताजी मंदिर छापरी पर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन का कहना है कि हमारे वेतन वृद्धि जो अभी वर्तमान में 7 से 8000 है उसे बढ़ा दी जाए क्योंकि एक अधिकारी और एक राजनेता लाखों रुपए वेतन लेता है। 

जब भी हम आउट सोर्स कर्मचारी ठंड हो बारिश हो रात हो दिन हो एनीटाइम अपनी ड्यूटी करते हैं और लोगों के घरों तक बिजली पहुंचाते हैं तो क्यों ना जब एक अधिकारी और एक नेता अपने ऑफिस में बैठकर बिना कुछ काम की है लाखों रुपए वेतन लेता है तो हमें इतना कम वेतन दिया जाता है इस ओर सरकार ध्यान क्यों नहीं दे रही है और हमारा आउटसोर्स कर्मचारी एक लाइट के पोल पर चढ़ कर विद्युत सप्लाई चालू करता है जिसके बीच में यदि कोई अनहोनी हो जाती है तो उसके स्वास्थ्य और इंश्योरेंस की कोई बात नहीं होती और जब एक अधिकारी और नेताओं को कुछ होता है तो उनके स्वास्थ्य और इंश्योरेंस की संपूर्ण जानकारी सरकार लेते हैं तो क्या हम आउट सोर्स कर्मचारी इंसान नहीं है या हम काम नहीं करते हैं हमारा काम तो होता है ऑफिस में बैठे एक अधिकारी और नेता से कई गुना ज्यादा काम है और जान को जोखिम में डालकर हम रात दिन काम करते हैं बावजूद इसके हमें हमारा घर गृहस्थी चलाने के हिसाब से भी वेतन नहीं दिया जाता है हमारा जो वर्तमान वेतन है 7000 से 8000 प्रतिमा इसमें से आजा वेतन तो हमारे निजी वाहन में बिजली सप्लाई पर बंद हो जाती है तो खोजने में ही लग जाता है इस ओर सरकार ध्यान क्यों नहीं दे रही है? जबकि सरकार ने जिला पंचायत अध्यक्ष और कई सदस्यों के सरपंच हो या चाहे पंच हो वेतन वृद्धि को ध्यान में रखा लेकिन क्या आउट सोर्स कर्मचारियों को वेतन को ध्यान में नहीं रखा जा सकता ।क्या हम इंसान नहीं है ?क्या हमें बीमा और स्वास्थ्य की आवश्यकता नहीं होती है क्या हमारे परिवार जनों को हमारी चिंता नहीं होती है जो बिना कुछ सोचे समझे अपनी जान जोखिम में डालकर आधी रात को भी लाइट के पोल पर चढ़कर बिजली चालू करते हैं जिसमें किसी भी वक्त है कुछ भी जन हानि हो सकती है।

आउटसोर्स कर्मचारी का कहना है कि जब तक हमारे मांगों पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है जब तक हम अनिश्चितकालीन हड़ताल चालू रखेंगे। और क्या एक ऑफिस में बैठे हैं अधिकारियों नेताओं को लाखों रुपए तनखा दी जा सकती है तो क्या एक धूप में गर्मी में काम करने वाले और आउट सोर्स कर्मचारी को 7हजार से 8 हजार वेतन से अधिक वेतन नहीं दिया जा सकता?

Leave A Reply

Your email address will not be published.