भगवान मुनिसुव्रत स्वामी जिनालय के पांच दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव में संत सतियों के आने का सिलसिला शुरू हुआ
अर्पित चौपड़ा, खवासा
भगवान मुनिसुव्रत स्वामी जिनालय के पांच दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से जारी है। प्रतिष्ठा निमित्त संत सतियों के आने का क्रम शुरू हो चुका है। महोत्सव अन्तगर्त आज नवग्रह पाटला, दस दिगपाल, अष्टमंगल पूजन एवं नवपद महापूजन का आयोजन हुआ।

गच्छाधिपति पहुंचे नगर सीमा तक
महोत्सव के दूसरे दिन पुण्य सम्राट, राष्ट्रसंत, जैनाचार्य श्रीमद विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी मसा के पट्टधर, परम पूज्य, धर्म दिवाकर, अखंड सूर्यमंत्र आराधक, गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद विजय नित्यसेन सूरीश्वरजी मसा, वरिष्ठ मुनिराज वीररत्न विजयजी मसा, मुनिराज चारित्ररत्न विजयजी मसा, मुनिराज प्रसन्नसेन विजयजी मसा, मुनिराज तारकरत्न विजयजी मसा एवं मुनिराज निर्भयरत्न विजयजी मसा ठाणा 6 ने थांदला से विहार कर न्यू हाइट्स पब्लिक स्कूल (बचपन) स्कूल प्रवेश किया। गुरुदेव के पदार्पण का लाभ लेते हुए बचपन स्कूल के शिक्षकों और तकरीबन 450 विद्यार्थियों ने संतश्री के दर्शन-वंदन का लाभ लिया।
इस मौके पर गच्छाधिपति जी ने संस्था के शिक्षकों को गुरुप्रसादी के रूप में पेन भेंट की। उपस्थित करीब 450 बच्चों को भी गुरुप्रसादी वितरित की गई। श्रद्धालुओं ने दिनभर गुरु दर्शन-वंदन का लाभ लिया। संत मंडल का आज रात्रि विश्राम भी बचपन स्कूल में ही रहेगा। आचार्यश्री एवं मुनिमंडल के विहार के दौरान अतिल वागरेचा, प्रिंस वागरेचा, राजेश कोठारी, संजय वागरेचा (लिमड़ी), महावीर वागरेचा (लिमड़ी) ने विहार सेवा का लाभ लिया और तकरीबन 12 किमी पैदल चलकर आचार्यश्री को बचपन स्कूल में प्रवेश करवाया। उधर, साध्वी पूज्या तत्वलताश्रीजी आदि ठाणा 3 ने बामनिया की ओर से विहार करते हुए खवासा में प्रवेश किया। समाजजनों ने अगवानी कर साध्वी मंडल को नगर प्रवेश करवाया।
