षड़यंत्र पूर्वक जमीन की लीज मे हेरा फेरी करने पर पेट्रोल पंप मालिक एवं कंपनी के मैनेजर पर हुई एफआईआर

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झाबुआ डेस्क। जिले के ग्राम कल्याणपुरा में अंतरवेलिया रोड पर स्थित एक पेट्रोल पप की जमीन लीज के मामले में 8 अक्टूबर को कल्याणपुरा पुलिस ने एफआईआर दर्ज की हैं इस मामले मे जमीन मालिक महिला के साथ धोखाधडी करने वाले एचपीसीएल कंपनी के तत्कालिन क्षेत्रिय प्रबंधक सी.एम. धार्मिक व तत्कालीन डीलर भरत शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। 

मामले की एफआईआर  को लेकर  कुछ माह पूर्व  फरियादी   राजकुमारी ने आवेदन दिया था  जिस पर नवागत एसपी अगम जैन ने तुरंत ही इस मामले की जाँच कर कार्रवाई करने  के निर्देश दिए  जिस पर यह एफ आई आर हुई।

यह था मामला

दरअसल, तत्कालीन डीलर भरत पित्ता लक्ष्मीनारायण शर्मा निवासी कल्याणपुर ने पेट्रांल पंप स्थापित करने के लिए वर्ष 2011 में महिला राजकुमारी पिता पूनमचंद्र चौहान जमीन 16 वर्ष की लीज डीड पर ली थी। लेकिन भरत शर्मा ने एचपीसीएल कंपनी के अधिकारियों के साथ षडयंत्रपूर्वक फर्जी दस्तावेज तैयार कर  सब लीज डीड एचपीसीएल कंपनी के पक्ष में 30 वर्ष की करवा ली। इस सब लीज डीड की जानकारी जमीन मालिक राजकुमारी को नहीं दी। जमीन मालिक के बिना सहमति के षडयंत्रपूवक एचपीसीएल कंपनी के तत्कालिक क्षैत्रीय जी.एस. धार्मिक के साथ मालिक कुटरचित तरीके से फर्जी दस्तावेज तैयार कर 30 वर्ष की सब लीज करवा दी। इस सब लीज डीड में गवाह के रूप में परमेश्वर पाटिल के भी हस्ताक्षर है।

पेट्रोल पंप जमीन की मूल लीज डीड महिला राजकुमारी व भरत शर्मा के बीच दिनांक 23.03.2011 को 16 वर्ष अवधि की हुई थी। ठीक इस दिनांक के 01 माह 22 दिन बाद भरत शर्मा के एक शपथ पत्र नोटरी युक्‍त दिनांक 20.04.2011 को कलेक्टर महोदय के कार्यालय में दिया जिसमें भरत शर्मा ने लिखा है कि मैंने 29 वर्ष के लिए ज़मीन लीज पर ली है। जबकि तत्कालीन डीलर भरत शर्मा को यह मालूम था कि मूल लीज डीड 16 वर्ष की है फिर भी भरत्त शर्मा ने मूल लीज डीड दिनांक के 02 माह 22 दिन बाद षडयंत्रपूर्वक, कुटरचित तरीके से फर्जी दस्तावेज तैयार कर कंपनी के पक्ष में 30 वर्ष की सब लीज डीड पंजीयन कार्यालय झाबुआ में कराई है। कानूनन जितने वर्ष की मूल लीज डीड है उतने ही वर्ष की सब लीज होती है उसमें ज्यादा अवधि की नहीं होती है।

थाना कल्याणपुरा में इस संबंध में दिनांक 08.10.2022 को धारा 420, 120 वीं, 467, 468, 471 में अपराध दर्ज हुआ है। उपरोक्त षडयंत्र में तीन व्यक्ति संदिग्ध है जो शेष अनुसंधान में स्पष्ट होगा।

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