थांदला। आचार्यश्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तकश्री जिनेन्द्रमुनिजी के आज्ञानुवर्ती सुशिष्य चंद्रेशमुनिजी, सुयशमुनिजी ठाणा-2 वर्षावास हेतु पौषध भवन पर व साध्वी निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा 4 दौलत भवन महिला स्थानक पर सुखसाता पूर्वक विराजित है।
