मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. परथी दादा के नाम पर हुआ आईटीआई और हाईस्कूल का नाम

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आलीराजपुर। आलीराजपुर जिले के रिगोल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 सितम्बर 2021को मंच के माध्यम से जन समुदाय में अपने उद्बोधन में हाई स्कूल रिगोल व आईटीआई सेजावाडा का नाम रिगोल में जन्मे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व परथी दादा के नाम से रखने की घोषणा की थी । जिसका सांसद गुमानसिंह डामोर ने परथी दादा के नाम से नामकरण अनावरण किया।‌‌

‌इस नामकरण अनावरण के मौके पर  सेजावाडा व रिगोल में सांसद गुमान सिंह डामोर ने कहा कि परथी दादा का जन्म 1912 में हुआ था अल्प आयु में देश की लड़ाई में आगे रहै ऐसे महापुरुष का नाम आज से आईटीआई व हाई स्कूल नाम परथी दादा के नाम से जाना जायेगा । रिगोल व सेजावाडा में खेल मैदान की मांग सुलोचना रावत व माधव सिंह डावर ने रखी है वह पुरी की जायेंगी । सांसद डामोर ने कहा की  रिगोल गांव मेने गोद ले रखा है । इसलिए इसे आदर्श बनाना मेरा कर्तव्य है । जो हाई स्कूल 10 वी तक  है उसे हाई सेकंडरी 12 तक करवाने की बात कही ताकी छात्रों को बरझर स्कूल नहीं जाना पढेगा । ‌साथ ही आईटीआई के फर्नीचर की घोषणा की । 

     विधायक सुलौचना रावत ने कहा कि सेजावाडा आईटीआई व रिगोल स्कूल दोनों परथी दादा के नाम से आज से जाना जायेगा । ये सच्ची श्रद्धांजलि उन स्वतंत्रता सेनानी के लिए होगी । जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण दे दिए । साथ ही रावत ने सेजावाडा आईटीआई संस्था में पानी की कमी भी दुर करने की बात कही।

भाजपा जिलाध्यक्ष वकील ठकराल ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी परथी दादा ने छोटे से गांव से निकलकर देश की आजादी में भाग लिया । ऐसे देश के कई स्वतंत्रता सेनानीयों ने अपना योगदान दिया जिनके चलते आज हम खुलें में सांस ले‌क्षरहे‌ है । आज से इन दोनों संस्था का नाम परथी दादा के नाम से जाना जायेगा ।‌   

माधवसिंह डावर ने कहा की परथी दादा दो पेंशन मंजूर हुई पर एक ली पूर्व विधायक माधवसिंह डावर ने कहा की परथी दादा मप्र के रिगोल के रहते  हुए गुजरात राज्य की साबरमती जेल में रहकर आये जिसके चलते स्वतंत्रता सेनानी परथी दादा को गुजरात व मप्र दो राज्यों से पैंशन चालू हो गई थी। परथी दादा इमानदार थे उन्होंने मध्यप्रदेश की पैंशन ली और गुजरात राज्य की आने वाली पैंशन लेने‌ मना कर दिया था ऐसे इमानदार परथी दादा के नाम से दो संस्थाओं में नामकरण हो रहा है । साथ ही कहा जब में कांग्रेस में था तब कांग्रेस के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सेजावाडा मे 1998 आईटीआई की घोषणा की थी परन्तु दिग्विजय सिंह घोषणा वीर थे और फाईल भोपाल मे धूल खा रही थी । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उसी फाईल को निकलाकर सेजावाडा को आईटीआई का दर्जा 2014-15 मैं 22 करोड़ की बिल्डिंग मंजूर करवाया ।  जनपत अध्यक्ष इन्दरसिंह डावर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हुए कहा की आज सेजावाडा आईटीआई व रिगोल हाई स्कूल अब परथी दादा के नाम जाना जायेगा ये हमारे लिए सोभाग्य की बात है ।‌‌ 

इस अवसर पर ये थे मोजूद

जिला पंचायत सीईओ संस्कृति जैन , तेहसीलदार जितेन्द्र तोमर , जनपद सीईओं गुप्ता , बीईओ विनोद कुमार कोरी , बीआरसी राजेंद्र बेरागी , थाना प्रभारी विजय कुमार देवड़ा , जनपद अध्यक्ष इन्द्ररसिह डावर , मनीष शुक्ला , मोंटी डावर , धर्मेन्द्र जयसवाल , जितेन्द्र मण्डलोई , सरपंच  जिला पंचायत सदस्य कला ‌कबू नरसिंग , बाबू सिगाड डोन , हेमन्त गुप्ता , केशव सोलंकी , शैलेन्द्र शर्मा , सरपंच महेश भूरीया , केवन भाई  , रतू भाई , सोमला भाई , रमण भाई , नरसिंह भाई  आदि मौजूद थे ।

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