त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: परवलिया ओर आसपास कौन जीता कौन हारा, देखिए इस रिपोर्ट में

0

शालु रामसिंह मुणिया-परवलिया

परवलिया- सात साल बाद लंबे इंतजार के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव आखिर संपन्न हुए।
यह चुनाव भले ही दलीय आधार पर नही होते है लेकिन प्रमुख राजनीतिक पार्टियां द्वारा अपने समर्थकों को उम्मीदवार बनाते है इस आधार पर दमदारी से अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारते हैं। कई लोग अपने दम पर तो कई अपनी पार्टी के भरोसे अपना भाग्य आजमाते हैं।
जी हां हम बात करते हैं परवलिया और आसपास कौन जीता किसका समर्थक इस रिपोर्ट में बताएंगे।
*ग्राम पंचायत परवलिया*- ढाई हजार के आसपास वोटर वाली इस ग्राम पंचायत में निवर्तमान सरपंच खुशाल सिंगाड़ भाजपा समर्थित होकर अजजा मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष कलसिंह भाबर के कट्टर समर्थक माने जाते है।
इस चुनाव में महिला सीट होने से उनकी धर्मपत्नी दिमा सिंगाड़ ने भाग्य आजमाया था। दिमा सिंगाड़ ने 410 वोट के बड़े अंतर से जीत हासिल कर दोबारा ग्राम पंचायत पर कब्जा जमाया।
जीत का प्रमुख कारण- दिमा सिंगाड़ के पति पूर्व सरपंच खुशाल सिंगाड़ लोगो के बीच अच्छी छवि सरल,सहज मिलनसार होकर ग्राम पंचायत में किये गये विकास कार्यो के दम पर जीत हासिल की।
1,फोटो खुशाल मित्रमण्डल

*ग्राम पंचायत खान्दन*- डेढ़ हजार के करीब मतदाता वाली इस ग्राम पंचायत में लंबे समय से समाजवादी विचारधारा तत्कालीन पूर्व विधायक मामा बालेश्वर दयाल के अनुयायी रहे जनतादल पार्टी के नेता स्वर्गीय मन्ना भाई मुणिया का ग्रह क्षेत्र होने से लंबे समय तक जनता दल का सरपंच काबीज रहे, परंपरागत जनता दल यूनाइटेड का गढ़ माना जाता रहा लेकिन इस बार इस मिथक को तोड़ते हुये भारतीय जनता पार्टी समर्थक युवा उम्मीदवार कान्हा गणावा ने निकटतम प्रत्याशी धापू जारस निनामा को बड़े अंतराल से हराया।
इस तरह खान्दन में पहली बार भाजपा समर्थित सरपंच निर्वाचीत हुआ जो कलसिंह भाबर समर्थक माने जाते है।

जीत का प्रमुख कारण- युवाओं में अच्छी पेठ सहज, सरल मिलनसार भाजपा सरकार की जनहितैषी योजनाओं का लोगो को लाभ में अप्रत्यक्ष सहयोग होने का फायदा मिला।

ग्राम पंचायत उदयपुरिया– भाई ढाई हजार के लगभग मतदाताओ वाली ग्राम पंचायत में कांग्रेस समर्थक सरपंच रहे रालु वसुनिया ने लगातार 25-30 साल तक एक क्षत्रप राज किया।
इस बार उनकी जगह उम्मीदवार परिवर्तन करते हुये अन्य प्रत्याशी मोहन वसुनिया को मैदान में उतारा लेकिन हिंदूवादी सबसे कम उम्र के युवा चेहरा भाजपा समर्थक भारत उर्फ अकलेश कटारा ने 227 वोट से जीत हासिल कर पहली बार भाजपा समर्थित सरपंच के रूप में कब्जा जमाया।
इस प्रकार परवलिया के आसपास ग्राम पंचायत मानपुर में भाजपा समर्थित बालू खड़िया ने विजय हासिल की ग्राम पंचायत चिकलिया में भाजपा समर्थित फरता मुणिया विजय रहे, ग्राम पंचायत टिमरवानी में भाजपा समर्थित रामसिंह अमलियार विजय रहे, ग्राम पंचायत दौलतपूरा में कांग्रेस समर्थित शम्भुसिंह डामोर ने बड़े अंतर से जीत हासिल की ग्राम पंचायत आमली में कांग्रेस समर्थित रमेश डामोर तथा ग्राम पंचायत रूपगढ़ में कांग्रेस समर्थित पारसिंह डामोर के 03 वोट से जितने का दावा किया जा रहा लेकिन प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी प्रेमसिंह रावत ने समर्थकों के साथ धांधली का आरोप लगाकर रिटर्निंग अधिकारी को पुनर्मतदान का आवेदन दिया। इस प्रकार का छुटपुट घटना को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा।

Leave A Reply

Your email address will not be published.