साहित्य में मातृ शक्ति की सक्रियता निश्चित ही शुभ संकेत है – डॉ. चाँदनीवाला

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झाबुआ। साहित्य एवम संस्कृति परिषद वनांचल का सम्मानित वार्षिक अलंकरण तुलसी अलंकरण वर्ष 2021 रतलाम शहर के राष्ट्र विख्यात मूर्धन्य साहित्य व्यक्तित्व डॉ. मुरलीधर चाँदनीवाला को प्रदान किया गया। डॉ. चाँदनीवाला का साहित्यिक लेखन बहुआयामी व्यक्तित्व को रेखांकित करता है, उनका लेखन विशेष रूप से वैदिक ऋचाओं के हिंदी नव काव्य रूपांतरण के लिए जाना जाता है जो अभिनव प्रयोग है ही साथ ही कठिन विधा भी है ।

ज्ञातव्य रहे कि साहित्य एवम संस्कृति परिषद वनांचल वर्ष में एक बार यह अलंकरण प्रदेश के किसी सम्मानित साहित्यकार को उनकी रचना धर्मिता के सूक्ष्म परीक्षण उपरांत प्रदान करती है। इसके साथ ही संस्था से एक अन्य सम्मान साहित्य साधना अलंकार भी प्रतिवर्ष किसी एक साहित्यकार को उनके वार्षिक साहित्य के मूल्यांकन के आधार पर प्रदान किया जाता है ।

वर्ष 2022 का यह सम्मान अलीराजपुर जिले की श्रेष्ठ साहित्य प्रतिभा श्रीमती माधुरी जी सोनी को प्रदान किया गया है। साथ ही कार्यक्रम में वनांचल परिषद का राष्ट्रीय काव्यसंग्रह शब्दवट नूतन का लोकार्पण भी किया गया ..इसी श्रंखला में इंदौर के यशस्वी साहित्यकार रामनारायण जी सोनी की पुस्तक अन्तस् की उर्मियाँ एवम डॉ. जय वैरागी के खंड काव्य अग्नि साहचर्य का विमोचन भी इसी अवसर पर किया गया । हिंदी साहित्य भारती इकाई झाबुआ द्वारा समय समय पर आयोजित कार्यक्रम के पुरस्कार वितरण भी इसी कार्यक्रम में वितरित किये गए। दीप प्रज्ज्वलन करते हुए मुख्य अतिथियों का परिचय एवम स्वागत भाषण संस्था के अध्यक्ष नीलेश पंचोली ने दिया। वही सरस्वती वंदना संस्था की उपाध्यक्ष श्रीमती भारती सोनी ने प्रस्तुत की, शब्दवट नूतन की समीक्षा डॉ. अंजना मुवेल ने प्रस्तुत की, अग्नि साहचर्य की समीक्षा का वाचन प्रवीण सोनी द्वारा किया गया, अन्तस् की उर्मियाँ की समीक्षा डॉ. जय वैरागी द्वारा प्रस्तुत की गई ।

ख्यात इतिहासविद एवम विशेष अतिथि डॉ. केके त्रिवेदी द्वारा इतिहास के परिप्रेक्ष्य में साहित्य का विशद वर्णन किया गया। अध्यक्षता कर रहे रामनारायण सोनी ने उपनिषदों के परिप्रेक्ष्य में अरण्य साहित्य का विशद उल्लेख किया। मुख्य अतिथि द्वारा वैदिक ऋचाओं के परिप्रेक्ष्य में साहित्य का अनुपम वर्णन किया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्राचार्य उत्कृष्ट महेंद्र खुराना ने किया। वही आभार प्रदर्शन संस्था की संगठन सचिव डॉ. सीमा शाहजी द्वारा किया गया।

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