हैंडवॉश स्टैंड के नलों में पानी हेतु हैंडपंप में मोटर तो डाली पर चालू नहीं करने से परेशानी

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मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ

शासन के निर्देशानुसार शिक्षण संस्थाओं में विद्यार्थियों के हाथ धोने के लिए हैण्ड वॉश स्टैंडों का निर्माण किया जा रहा है यह स्टैंड अलग-अलग डिजाइन में बनाए जा रहे हैं इनमें जल प्रदाय हेतु समीप के हैण्डपंपो में विद्युत मोटरे डाली जा कर पानी टंकी में चढ़ा जाकर नलों में लाया जाना है जिससे विद्यार्थी हाथ धोएं तथा पानी भी पी सकेंगे वर्तमान में कई शिक्षण संस्थाओं के हैण्डपंपों मे मोटर तो डाली गई मगर चालू नहीं करने से विद्यार्थीयों तथा शिक्षक शिक्षिकाओं को पानी की समस्या आ रही है ठेकेदार नदारद है।

पता चला है कि शासन की स्वच्छता अभियान के तहत स्कूली छात्र छात्राओं को स्वच्छ जल  तथा भोजन पूर्व साफ पानी से हाथ धोने के लिए ठेकेदारों के माध्यम से स्कूलों में हैण्ड वॉश स्टैंड बनाए जा रहे हैं देखा जा रहा है कि निर्माण कार्य स्कूलों में अवकाश के दिन तथा संस्था प्रमुखों को बगैर बताए मनमाने तरीके से मनमाने स्थानों पर कहीं दीवारों से सटाकर तो कहीं मैदान में  बना दिए जा रहे हैं घटिया किस्म के स्टैंड अलग-अलग डिजाइन में  बन रहे हैं संस्था प्रमुख हो या अन्य शिक्षकों आदि को यह भी पता नहीं है कि यह किस योजना के तहत किसके द्वारा और कितनी लागत से बन रहे हैं  हैण्डपंपों में विद्युत मोटर(सब मर्सीवल पंप ) डाली जा रही है इसका बिल कौन भरेगा? आम्बुआ प्राथमिक बालक कन्या विद्यालय में भी ऐसा ही एक  हैण्ड वॉश स्टैंड संस्था के एक कमरे के दरवाजे के पास बना दिया गया है।

इसी संस्था में मौजूद हैंडपंप जिसका पानी पहले से ही खराब होकर बेस्वाद हो चुका है में विद्युत मोटर ठेकेदार द्वारा डाली गई मगर विद्युत कनेक्शन नहीं किया गया। जिस कमरे के ऊपर टंकी रखी गई है उस कमरे की मुंडेर भी नल का पाइप डालने हेतु तोड़दी जाकर मरम्मत भी नहीं की गई है मोटर चालू नहीं होने से संस्था को जल आपूर्ति बाधित हो रही है जिससे बच्चे तथा मध्यान भोजन बनाने वाला समूह परेशान है यह समूह मजबूरी में इसी हेडपंप के खराब पानी का उपयोग करने पर मजबूर है। जब इस बाबत अलीराजपुर पीएचई कार्यालय पर मोबाइल से संपर्क किया गया तो पदस्थ अधिकारी ने अति शीघ्र पानी की जांच कराने एवं ठेकेदार को मोटर कनेक्शन कराने हेतु चर्चा करने की बात कहीं गई।

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