आम्बुआ में डेंगू चिकनगुनिया की दस्तक, मच्छरों की भरमार दवा का छिड़काव नहीं

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मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ

बरसात का मौसम जिसे मौसमी बीमारियों का जनक भी कहा जाता है इस मौसम में बीमारियां अपने पैर पसारती है ।विशेषकर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, तथा विगत वर्षों से चली आ रही कोरोना बीमारी तथा सर्दी, जुखाम, बुखार आदि है ।इस मौसम में लोगों को सचेत रहने के साथ-साथ प्रशासन को भी सतर्क रहना जरूरी है मगर आम्बुआ क्षेत्र में कोई ध्यान नहीं दिए जाने के कारण बीमारियां पैर पसार ने लगी है ।शासकीय तथा निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर लग रही भीड़ इसकी गवाह है।

आम्बुआ में दो डेंगू मरीजों का पता चला है विगत वर्ष से लोग कोरोना महामारी से गस्त रहे हैं ।अभी कुछ राहत मिली ही थी कि क्षेत्र में वर्षा जनित बीमारियों ने पांव पसारना प्रारंभ कर दिया है ।क्षेत्र में लंबे समय से मलेरिया से बचाव हेतु मच्छर मारने वाली दवाई का छिड़काव हुआ है और न ही क्षेत्र में धुआं करने वाली मशीन का उपयोग हुआ। यही कारण है वर्षा के इस मौसम में अब मलेरिया, डेंगू आदि बीमारियों की संभावना बढ़ने लगी है ।आम्बुआ पंचायत प्रांगण के समीप विगत सप्ताह एक युवक को डेंगू होने से दाहोद इलाज कराया गया। अभी हाल ही में 21 सितंबर को एक अन्य लड़का बीमार होने पर उसे भी दाहोद ले जाया गया जहां पर उसे डेंगू होने की पुष्टि के बाद भर्ती कराना पड़ा है जहां उसका इलाज चल रहा है। बीमारों की संख्या बढ़ सकती है। मगर बीमार सरकारी अस्पताल में कोरोना की जांच के डर से नहीं जाकर निजी चिकित्सकों (अलीराजपुर, जोबट तथा दाहोद गुजरात) पास जाकर इलाज करा रहे हैं जिस कारण शासकीय अस्पतालों के रिकॉर्ड में बीमारों की संख्या का पता नहीं चल पाता है। ऐसी स्थिति कोरोना काल में भी हुई कई बीमारों का इलाज निजी तौर पर दाहोद, बड़ौदा, छोटा उदयपुर, इंदौर, बड़वानी आदि स्थानों पर किया गया जिस कारण बीमारों की सही संख्या का पता नहीं रहा यही स्थिति अब डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के बीमारों की हो रही है ऐसे बीमार शासकीय अस्पतालों की बजाय बाहर जाकर निजी चिकित्सालयों में इलाज करा रहे हैं , जिनकी जानकारी शासकीय रिकॉर्ड में नहीं है क्षेत्र में अति शीघ्र दवा छिड़काव की मांग की जा रही है।

आपने बताया तो पता चला में अति शीघ्र मलेरिया विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर उचित समाधान निकलता हूं। डॉ. प्रकाश ढोके, जिला चिकित्साधिकारी  अलीराजपुर

मुझे आप से तथा जिला चिकित्साधिकारी से जानकारी मिली है अति शीघ्र टीम को आम्बुआ भेजकर जांच कराता हूं तथा यदि जरूरी हुआ तो दवा का छिड़काव कराऊंगा। – डॉ. जे.एस कनेश, जिला मलेरिया अधिकारी अलीराजपुर

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