मयंक विश्वकर्मा@ आम्बुआ
आम्बुआ स्वास्थ्य केंद्र यो तो भगवान भरोसे वाला अस्पताल माना जाता है यहां का संपूर्ण परिसर गंदगी का पर्याय बना हुआ है वहीं मुख्य द्वार पर सब्जी विक्रेता महिलाओं ने कब्जा कर रखा है इससे अस्पताल की बाहरी सुंदरता खराब हो रही है स्वास्थ्य कर्मी तथा चिकित्सक कुछ भी कहने से डरते हैं ब्लॉक मेडिकल अधिकारी यहां रहते नहीं है कार्यवाही करें तो कौन?
आम्बुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र यो तो पहले से ही विभिन्न समस्याओं से जूझता आ रहा है मगर वर्तमान में संपूर्ण परिसर तथा आसपास आगे पीछे बाऐ-दाऐ जिधर नजर डालो किसी न किसी तरह की गंदगी नजर आ ही जाएगी इसे और अधिक बढ़ाने में यहां पर प्रतिदिन लगने वाली सब्जी दुकानों ने भी रही सही कसर पूरी कर दी स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य दरवाजे के दोनों तरफ तथा आसपास इन दिनों सब्जी विक्रेता विशेषकर महिलाओं ने कब्जा कर रखा है जिस कारण अस्पताल में आने जाने में परेशानी तो होती ही है आवारा जानवरों से भी भय बना रहता है दिन भर धंधा व्यवसाय करने के बाद सब्जी विक्रेता तंबू फटे पुराने थैले कपड़े तथा प्लास्टिक की थैलिया झाड़ू आदि पौधों की सुरक्षा हेतु लगाई गई जाली पर टांग कर जाते हैं जिस कारण अस्पताल की सुंदरता खराब होती है यही नहीं शाम को यहां पर सब्जी भाजी के अवशेष पड़े रहने से गंदगी पसरी रहती है स्वास्थ्य कर्मी चिकित्सक इन्हें कुछ भी कहने या हटाने से डरते हैं इन सब्जी विक्रेताओं एवं खरीदारों की भीड़ जो कि कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं के द्वारा संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है पूर्व में भी दो तीन सब्जी विक्रेता महिलाएं पुरुष कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं जिनका इलाज अलिराजपुर जिला चिकित्सालय में किया गया था नागरिकों की मांग है कि उन्हें स्वास्थ्य परिसर तथा स्वास्थ्य केंद्र के प्रमुख दरवाजे के पास से हटाकर व्यवस्थित स्थान पर बैठने की व्यवस्था प्रशासन को करना चाहिए।
मेरी जानकारी में नहीं था आपने बताया, मैं अति शीघ्र ही उन्हें हटाने की कार्यवाही करवाता हूं
डॉ. प्रकाश ढोके, जिला चिकित्साधिकारी, आलीराजपुर