कृषी ऊपज मंडी समिति ने पहले किया था गोडाउन सील अब शिवानी इंटरप्राइजेस का लाइसेंस निरस्त, पुलिस ने अभीतक नही कि कोई कार्यवाही ?

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रितेश गुप्ता, थांदला

कृषी ऊपज मंडी थांदला मंडी सचिव की आईडी लीक होने के मामले में कृषि ऊपज मंडी समिति ने आरोपी शिवानी इंटरप्राइजेज के संचालक सुनील राठौड़ से एक सप्ताह में जवाब मांगा था जिसका जवाब संतोषप्रद व विधि सम्मत नही आने पर आज मंडी समिति ने सुनील का व्यापारी लायसेंस निरस्त कर दिया है। जानकारी देते हुए मंडी सचिव अश्विन वसावा ने बताया कि पूरा मामला वरिष्ठ कार्यालय भोपाल जा चुका है अब उनके निर्णय अनुसार कार्यवाही होना है लेकिन मंडी समिति ने इस मामले पर त्वरित कार्यवाही करते हुए सबसे पहले व्यापारी की आईडी ब्लॉक की वही उसके गोदाम को सील करते हुए कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया था जिसके जवाब में उनकी ओर से विधि सम्मत जवाब नही आने से समिति ने उनका लायसेंस निरस्त कर दिया है। उनसे जब पुलिस विभाग की कार्यवाही पर प्रश्न किया गया तो उन्होंने बताया कि थांदला पुलिस को सभी जरूरी दस्तावेज मय सबूत के दिये जा चुके है अब यह उनका मामला है कि वे किस धारा में एफआइआर दर्ज करती है, इसका हमें अधिकार नही है। हम किसी आरोपी को सजा देने के अधिकारी भी नही है इसलिए पुलिस को चाहिए कि वह उन्हें दिए आवेदन पर नियमानुसार कार्यवाही करें।

मामले हेतु बनाए गए जांच दल द्वारा 24 जुलाई को अपनी जांच रिपोर्ट संबंधित अधिकारी तक पहुंचा दी गई है, परंतु उसके बाद भी जिम्मेदारों पर किसी प्रकार की कार्यवाही ना होना , मामले को दबा देने की ओर संकेत कर रहा है।

पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के थांदला थाने आगमन पर मंडी मामले पर बात करने पर उन्होंने बताया कि मंडी द्वारा जांच की रिपोर्ट पुलिस को उपलब्ध कराई जाएगी ,जिसके पश्चात पुलिस द्वारा संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।

मामला सबको पता ही है, इसमें कुछ छुपा नही है कृषी अधिनियम के तहत नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है जल्द ही सबको अवगत करवा दिया जाएगा। भारभासक अध्यक्ष (एसडीएम) – ज्योति परस्ते

मामले की जांच चल रही है अभी उनके विभाग की जाँच भी पूरी नही हुई है फिर मंडी सचिव ने अपनी आईडी सुरक्षित क्यों नही रखी व दोनों की मिली भगत से तो क्राइम नही हो रहा था सभी बिंदुओं पर जाँच होने पर ही दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी केवल मंडी सचिव के आवेदन देने से ही एफआइआर दर्ज नही की जा सकती। मंडी द्वारा गठित दल द्वारा जांच की रिपोर्ट पर जाने पर ही पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी। अगर जांच दल ने रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है तो हम उसे मंगवा कर कार्रवाई शुरू करवा देंगे। एसडीओपी पुलिस – एम एस गवली

हमने अपनी जांच रिपोर्ट बनाकर 24 जुलाई को संबंधित अधिकारी को सुपुर्द कर दी है, आगे की कार्रवाई अधिकारी एवं पुलिस के हाथ में है। -केके दिनकर -सदस्य जांच समिति

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