Covid 19 Effects ; पांच दिवसीय श्रगेश्वर महादेव प्रदर्शन स्नान प्रतिबंधित रहेगा एसडीएम,एसडीओपी ने लिया श्रगेश्वर धाम का जायजा

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 झकनावदा @ जितेंद्र राठौड़

झकनावदा के लोगों हम आपको बता दें कि कल बुद्ध पूर्णिमा वैशाख स्नान समाप्त व्रत स्नान पूर्णिमा है जिसके चलते आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों से लोग श्रगेश्वर धाम आते है जिस कारण अधिक इस धाम पर अत्यधिक भीड़ हो जाती है।आज के दिन लोगों के जो पूर्वज रहते हैं उनकी अस्थियों के फूल यहां पर प्रवाहित करने के लिए आते हैं जो की धार जिले व झाबुआ जिले के और आसपास से ग्रामीण लोग बड़ी संख्या में यहां आते हैं और अपने पूर्वजों के फूल यहां पर प्रवाहित करते हैं। झाबुआ जिले की प्रसिद्ध ह्रदय स्थली श्रगेश्वर महादेव धाम पर 26 मई को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्ष हजारों भक्तों का दर्शन एवं माही स्नान के लिए ताता लगता है।लेकिन इस वर्ष कोविड-19 संक्रमण के चलते शासन प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार श्रगेश्वर धाम के गादीपति महंत रामेश्वर गिरी जी महाराज ने भक्तों से अपील की थी कि पांच दिवसीय श्रगेश्वर महादेव प्रदर्शन स्नान प्रतिबंधित रहेगा। जिसके बाद भी वहां महादेव के भक्तों की आस्था उन्हें वहां दर्शन लाभ लेने को मजबूर करती है उसी को देखते हुए। पेटलावद एस डी एम शिशिर गेमावत, एसडीओपी सोनू डावर, रायपुरिया टीआई तेजमल पवार और चौकी प्रभारी जी एस मावी अपने प्रशासनिक अमले के साथ 25 मई को श्रगेश्वर महादेव धाम पहुंचे एवं वहां पहुंच कर माही नदी एवं मंदिर का जायजा लिया एवं महंत से आशीर्वाद प्राप्त कर उन से चर्चा की कि कल यहां किसी प्रकार से कोई भीड़ भाड़ एकत्रित न हो आप भक्तों से अपील करें। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारी पटवारी गिरदावर, कोटवार एवं पुलिस बल की ड्युटी लगाई गई। ताकि धाम पर कोई कोरोना प्रोटोकाल का उलंघन न हो। और कोरोना संक्रमण फैलने से बचा जा सके। इस अवसर पर नायब तहसीलदार वर्मा,पटवारी मलजी डामोर ओर रतनलाल सिंगार प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। इसके साथ ही महंत श्री एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि भक्तो तक हमारी ओर से एक छोटी सी यह अपील पहुंचेगी जो भी धाम से जुड़े भक्त हैं वह कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अपने-अपने घरों से ही पूजन पाठ करें जिससे कोरोना महामारी को रोकने में एक बड़ी सफलता मिलेगी। इसके साथ ही धार जिले की पुलिस एवं प्रशासन ने भी धार जिले की सीमा पर बेरी गेट लगाकर उक्त मार्ग को बंद कर दिया वह जनता को समझाइश दी जा रही है कि आप अपने अपने घरों से अपनी आस्था अनुसार तीर्थ दर्शन पूजन पाठ करें।

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