झाबुआ लाइव कल्याणपुरा से उमेश चौहान की रिपोर्ट
कल्याणपुरा ग्राम पंचायत झाबुआ की सबसे बड़ी पंचायत हे और सरकार भी कल्याणपुरा छेत्र और नगर को कई योजना का लाभ दे चुकी हे और कल्याणपुरा नगर वासियो की भी मांग थी की कल्याणपुरा में छात्राओ के लिए 12 वि तक अलग स्कुल बने और अभी माननीय मुख्यमंत्री द्वारा रानापुर से भी घोषणा की गई जिसमे कल्याणपुरा में कन्या शाला की सौगात भी नगर वासियो को मिली ।
पर जिले अथवा छेत्र में बैठे भृष्ट ठेकेदारो और अधिकारियो की वजह से शाशन की हर योजना को पलीता लग रहा हे
कल्याणपुरा थाना रोड स्थित कक्षा 1 से 8 तक कन्या शाला और बालको के लिए 1 से 5 तक प्राथमिक शाला थाना रोड पर हे
कक्षा 1 से 5 वि तक की लड़कियो और 1 से 5 वि तक के लड़को की स्कुल पास में ही हे और यहां पर इनको निव्रत होने के लिए मूत्रालय दयनीय स्थिति में हे आस पास कुल 4 लेट बाथ हे पर सभी खण्डहर बन रह गए हे इन लेट बाथ में इतनी घटिया सामग्री उपयोग में ली गई इसी बदौलत यह चारो लेट बाथ भरष्टाचार की भेट चढ़ गए
इसी को देखते हुए बालिकाओ के लिए एक और लेट बाथ शाशन द्वारा प्रस्तावित किया गया और काम शुरू भी हो गया पर भरष्टाचार में लिप्त अधिकारी और ठेकेदार द्वारा काली रेत और निचले इस्तर की सामग्री उपयोग की जा रही हे इसे देख कर तो यही लगता हे की यह लेटबाथ के भी यही हाल होना हे जो पिछले चार लेटबाथ का हुआ हे
और तो और अधिकारी द्वारा जो नया लेटबाथ बनाया जा रहा हे वो बिलकुल रसोई घर के पास हे इसका विरोध भी गांव के लोग कर चुके हे
अगर अधिकारी चाहते तो जो खण्डर लेटबाथ हे उनकी मरम्मत कर वही लेटबाथ फिर से उपयोग में आ सकते थे और शाशन का पेसा भी व्यर्थ नही जाता ।
स्कुल में नही तरफेन्सिग और गेट हे बच्चो का अंदर बाहर आना जाना लगा रहता हे स्कुल के आस पास कई खण्डहर भवन भी हे जो कभी भी गिर सकते हे जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता हे और आस पास लोगो का आना जाना लगा रहता हे जिसका जिम्मेदार कौन होगा ?
स्कुल के आस पास गन्दगी ही गन्दगी हे नाली जाम हे कचरो के ढेर पड़े गए हे ऐसे में स्वछता अभियान के क्या हाल हे इसी से अंदाजा लगाया जा सकता हे
इसी स्कुल भवन के पास एक आंगनवाड़ी बन रही हे जिसकी लागत करीब 7 लाख के आस पास हे पर उस आंगनवाड़ी में इतना घटिया मॉल उपयोग हो रहा हे काली रेत से लेकर कई सामग्री इतनी घटिया उपयोग की गई हे और एक बार तो अधिकारी वार्निंग भी दे कर गए पर ठेकेदार जो की सत्तापक्ष से जुड़ा होने के कारण कान में जू तक नही रेंगी और अपनी मनमानी से घटिया निर्माण करा रहा हे ।
इससे पहले भी जुनवानिया में सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र और कल्याणपुरा में बाउंड्री वाल बना चूका यह ठेकेदार ईनमे भी जमकर मलाई मार चूका हे
बाउंड्री वाल बनाते समय जब यह काली रेत उपयोग कर रहा था तब भी गाँव वासियो ने इसका विरोध किया था फिर भी भृष्ट ठेकेदार नही माना और अपनी मनमानी की । पर जब अखबारो की सुर्ख़ियो में यह मुद्दा उठा तो लाल रेट उपयोग में लाया वो भी आनन फानन में ।
इसके पास एक और आंगनवाड़ी पहले से ही हे जो पहले नगर के बिच में थी पर अब थाने रोड पर उसका निर्माण कर आंगनवाड़ी नए भवन में संचालित हो चूकी हे
क्यों की नगर के बच्चों के लिए नगर में ही जगह उपलब्ध हो जाती और हरिजन मोहल्ले के लिए जो नई आंगनवाड़ी बन रही हे वो इसमें शिप्ट हो जाती
नगर में ही एक भवन खण्डहर हालत में पड़ा हे वहाँ पर नगर की आंगनवाड़ी बन सकती थी