सुरक्षा पर सवाल, चौराहे से जो कैमरे नदारद है उन्ही से पुलिस को पूर्व में मिली थीं सफलता 

लवेश स्वर्णकार, रायपुरिया

रायपुरिया के झाबूआ चौराहे पर आज से तीन चार साल पहले चौराहे के तीनों और जाने वाले मार्ग की और कभी कैमरे हुवा करते थे यह कैमरे ग्राम पंचायत रायपुरिया द्वारा करीब 4 वर्ष पूर्व लगाए गए थे इन कैमरों से पूर्व में रायपुरिया पुलिस ने अलग अलग मामलों में सफलता भी हासिल की थी लेकिन इन दिनों चौराहे पर लगे वह सभी कैमरे नदारद हो चुके है जिन्हें लगाने की सुध अब नही ली जा रही है लगता है जिम्मेदारो को किसी घटना का इंतजार है।

चौराहे पर कैमरे हो तो हर शख्स व वाहन की गतिविधि पर रखी जा सकती है नजर

गौरतलब है झाबूआ चौराहे पर कैमरे होने से दिन हो या रात चौराहे से गुजरने वाले हर शख्स हर वाहन की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती हे लेकिन इन दिनों कैमरों को यहां से हटवा लेना सुरक्षा पर एक बढा सवाल उठाता है जो एक गंभीर लापरवाही को भी बताता है चौराहे पर कैमरे नही होने से बदमाश और अपराधी प्रवर्ति से जुड़े व्यक्ति निश्चिंत हो जाएंगे चौराहे पर जब कैमरे लगे होते थे तब आमजन सुरक्षा महसूस करता था घूमने टहलने जाने वाली महिलाए भी सुरक्षा को महसूस करती थी । चौराहे पर जब कैमरे लगे होते थे तब स्थायी अस्थाई व्यापारी भी निश्चिंत होकर व्यापार करते थे लेकिन कैमरे नही होने से सुरक्षा पर एक सवाल उठ रहा है यदि चौराहे पर वर्तमान में कैमरे लगे होते तो बोलासा घाट पर हुई रतलाम की दंपत्ति के साथ हुई घटना पर भी पुलिस को इन कैमरों से कुछ मदद या सुराग मिल सकता था ।

इनका कहना है

टी आई रायपुरिया जीआर बर्डे ने बताया कि झाबूआ चौराहा ई वन बस स्टैंड तथा जामली मार्ग की ओर जाने वाले मार्ग पर भी सीसीटीवी होना जरूरी है पुलिस को अपराध की रोकथाम के लिए इनसे काफी मदद मिलती है कल हुई घटना के बाद पता लगा कि चौराहे पर कैमरे नही है में इस विषय पर सम्बंधित से पुनः चर्चा करूंगा इससे पहले भी मेने सम्बंधित से कैमरे लगाने के बारे में बात की थी।

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