9 दिनों तक श्रद्धा भक्ति के साथ की जाएगी मां की आराधना, जगह-जगह हुई घट स्थापना, 9 दिनों तक होंगे गरबे 

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अशोक बलसोरा, पारा

नगर में नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा और आराधना का यह अनूठा पर्व का विधिविधान के साथ प्रारंभ हुआ। जिसमे नगर में प्रमुख चार जगह पर माता जी की घट स्थापना कर गरबा नृत्य की शुरुआत की गई है। जिसमें सर्वप्रथम बसेर चौक सदर बाजार में माता जी की आरती एवं कलश स्थापना कर की गई।

सर्वप्रथम पुलिस चौकी प्रभारी रमेश कोहली ने माता जी की पूजा पाठ एवं आरती कर 9 दिवस तक चलने वाले इस नवरात्रि पर्व की शुरुआत की इस अवसर पर रतलाम एवं इंदौर की आर्केस्ट्रा पार्टी के माध्यम से यहां पर नित्य प्रतिदिन गरबा नृत्य के लिए व्यवस्था की गई है जिसमें आर्केस्ट्रा पार्टी के कलाकारों का स्वागत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उक्त जानकारी बसेर चौक के हेमंत बसेर के द्वारा दी गई। यहां पर प्रतिवर्ष सार्वजनिक बाल गरबा मंडल आयोजन समिति के द्वारा लगातार माताजी की आराधना के इस पर्व को हरसोलस के साथ मनाया जाता है वहीं बस स्टैंड पर सार्वजनिक बाल गरबा मंडल एवं सार्वजनिक गणेश बाल गणेश मंडल के संयुक्त तत्वाधान में बस स्टैंड पर भी माता जी की मूर्ति स्थापना की गई एवं प्रतिदिन यहां पर भी माताजी के आराधना की जाएगी। वहीं होली चौक पर भी मां अंबे गरबा मंडल के तत्वाधान में यहां पर भी प्रतिवर्ष माताजी के पूजा पाठ एवं गरबा नृत्य कर माता जी की आराधना की जाती है। वहीं बखतपुरा में अंबे माता मंदिर आयोजन समिति एवं कालिका माता मंदिर धाम बखतपुरा के साथियों के द्वारा अंबे माता मंदिर प्रांगण में कलश स्थापना कर यहां पर भी आयोजन समिति की ओर से प्रतिदिन पूजा अर्चना कर गरबा नृत्य कर माता जी को भक्ति भाव के साथ ही श्री कालिका माता मंदिर धाम बखतपुरा के गादी पति सतीश अजनार के द्वारा यहां पर 9 दिवस तक नित्य प्रतिदिन सुबह हवन किया जाता है साथ ही शाम को आरती के पश्चात गरबा नृत्य का आयोजन किया जाता है।

इस तरह, घटस्थापना का आयोजन नवरात्रि के आगमन को धूमधाम से मनाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो मां दुर्गा की कृपा को प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।

रहता है खासा उत्साह

गुजरात के समीप होने के चलते यहां पर भी नवरात्रि के पर्वों को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है जिसको लेकर युवक युवती में नवरात्रि का बड़े श्रद्धा के साथ इंतजार रहता है एवं पूर्व में ही नवरात्रि पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए तैयारियां जोर-जोर पर प्रारंभ कर दी जाती है और इन नौ दिनों तक माताजी के आराधना में लीन हो जाते हैं एवं उत्साह एवं भक्ति भाव के साथ गरबा नृत्य कर माता जी को प्रसन्न करने का एवं भक्ति भाव के साथ अरदास की जाती है।

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