बरात को ले जाने में किया जा रहा है शहीद चंद्रशेखर आजाद परियोजना के मप्र शासन लिखे हुए वाहन का उपयोग

जितेंद्र वाणी, नानपुर

आलीराजपुर जिले में बने शहीद चंद्रशेखर आजाद जोबट परियोजना के वाहन का उपयोग निजी काम के लिए किया जा रहा है। लेकिन इस ओर संबंधित विभाग के अधिकारी का ध्यान ही नहीं है। 

इस विभाग के द्वारा संचालित वहान मध्यप्रदेश शासन लिखी बड़ी आयशर में आए दिन बारात ले जाते हुए वाहन नजर आ जाता है। ओवरलोड सवारियों को भरकर इसमें ढोया जा रहा है। तो ऐसा समझा जाए कि मप्र शासन लिखा हुआ वाहन किराये पर चलाया जा रहा है या फिर विभाग भी इस मनमानी पर ध्यान नहीं दे रहा। अब देखना यह है कि इन सबके बावजूद जिला प्रशासन जिम्मेदार ईई और एसडीओ पर कार्रवाई करता है या नहीं। 

पहले भी सुर्खियों में रह चुका है ये विभाग

इस विभाग में भी कई अनियमितता देखी गई। फाटा रेस्ट हाउस में पेड़ काटने का मामला सामने आया था। नहरें भी क्षतिग्रस्त हो रही है, जिसकी ओर ध्यान नहीं दिया गया। इसके अलावा पिछले सप्ताह बिना सूचना के फाटा डैम का एक गेट खोल दिया गया था। जिससे किसानों के सामान बह गए थे। 

अधिकारी नहीं मिले, मोबाइल भी नहीं उठाया

जब उक्त मामले में जानकारी लेने के लिए परियोजना अधिकारी डीपी उपाध्याय, ईई व एसडीओ ठाकुर के पास कुक्षी व नानपुर ऑफिस गए तो अधिकारी नहीं मिले। ना ही उन्होंने मोबाइल रिसिव किया। ऐसे में सवाल उठता है कि इतनी बड़ी परियोजना के अधिकारी मोबाइल नहीं उठाएंगे तो उन तक समस्याएं कैसे पहुंचेंगे। उधर, सूत्रों से मिली जानकारी  के अनुसार कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिए हुए हैं कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी फोन जरूर उठाए। कोई भी अधिकारी या शासकीय कार्य करने वाले कर्मचारी जो फोन नहीं उठाते है उनकी लिस्ट भी मांगी है।

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