तीन बच्चों की मां ने अपने प्रेमी के साथ पेड़ से फंदा लगाकर की आत्महत्या

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दाहोद ब्यूरो चीफ राजेंद्र शर्मा की रिपोर्ट-
दाहोद तहसील के लिंमडाबरा गांव में 3 संतानों की विधवा माता का 20 वर्षीय युवक के साथ प्रेम प्रकरण में भाग जाने के बाद विधवा के परिजनों द्वारा समाज के लोगों को बीच में रखकर समझाने के बाद वापस अपने पिता के घर लाने पर एक दूसरे के घनिष्ठ प्रेम में बिछड़े दोनों प्रेमी प्रेमिका ने लिमडाबरा गांव में एक पेड़ पर दुपट्टे से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली जिसके बादे गांव में हडक़ंप मच गया। मिली जानकारी अनुसार दाहोद तहसील के लींमडाबरा गांव के निवासी पांगलाभाई परमार की 33 वर्षीय पुत्री सुशीला बेन परमार की शादी 15 साल पहले दाहोद तहसील के तणसिया गांव में की थी शादी के बाद सुशीला बेन को एक पुत्री व दो पुत्र मिलाकर तीन संतान हुए थे शादी के 7 साल बाद सुशीलाबेन के पति का स्वर्गवास हो जाने से उसके पिता पांगला भाई सुशीलाबेन को तीनों संतानों के साथ अपने घर लिमडाबरा ले आए थे। कुछ महीनों बाद समय की धारा में आगे चलकर सुशीलाबेन दाहोद तहसील के बड़ी लछेली गांव के निवासी सुनीलभाई जवसिंगभाई मावी के संपर्क में आने से दोनों का प्रेम प्रकरण हो गया था बाद मे एक सप्ताह पूर्व सुशीलाबेन सुनीलभाई के साथ जिंदगी बिताने के सपने लिए घर से भागकर सुनीलभाई के घर रह रही थी। ततपश्चात सुशीलाबेन के पिता पांगलाभाई ने समाज के तौर तरीके से समझाने के बाद सुशीलाबेन को 5 दिन पूर्व अपने घर वापस ले आए थे जिसके बाद समाज द्वारा दोनों प्रेमी प्रेमिका के जोड़े को अलग करने पर नाराज दोनों प्रेमी प्रेमिका ने तारीख 13 जुलई को शाम के समय लिमडाबरा गांव की सीमा में स्थित एक पेड़ पर दुपट्टे का फंदा लगाकर दुनिया को अलविदा कह दिया। इस घटना की जानकारी मृतक के परिजनों वह ग्रामीणों को मिलते ही घटनास्थल पर लोगों का जमावड़ा हो गया था। बाद में गांव के सरपंच द्वारा कतवारा पुलिस का संपर्क करने पर कतवारा पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों प्रेमी प्रेमिका की मृतदेह को पेड़ से उतारकर पीएम करने भेज दिया था। तत्पश्चात कतवारा पुलिस ने सीआरपीसी की कलम के तहत जरूरी पंचनामा कागजात कर आगे की जांच शुरू की।

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